साजिद मीर को आतंकी घोषित करने पर चीन का अड़ंगा, भारत बोला- तुच्छ भू-राजनीतिक हितों वाला कदम
क्या है खबर?
भारत ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र (UN) में रोकने के लिए चीन की निंदा की है।
भारत ने चीन के इस कदम को 'तुच्छ भू-राजनीतिक हितों' वाला करार दिया।
बता दें कि UN की सुरक्षा परिषद में मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने और उस पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिका के प्रस्ताव को चीन ने रोक दिया था। भारत इसका सह-प्रस्तावक था।
बयान
भारत बोला- वैश्विक आतंकवाद-रोधी ढांचे में कुछ गलत
भारत ने चीन के इस कदम की कड़ी निंदा की।
संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद-रोधी बैठक में बोलते हुए विदेश मंत्रालय में UN राजनीतिक के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने कहा कि प्रस्ताव को चीन ने 'तुच्छ भू-राजनीतिक हितों' के लिए अवरुद्ध कर दिया था।
उन्होंने कहा, "अगर कई सदस्य देशों द्वारा प्रस्ताव सह-प्रायोजित करने के बावजूद पारित नहीं हुआ तो हमारे पास यह मानने के उचित कारण हैं कि वैश्विक आतंकवाद-रोधी ढांचे में कुछ गलत है।"
आतंकवाद
आतंकवादी से लड़ने के लिए इच्छाशक्ति की कमी- भारत
भारत ने कहा, "अगर हम तुच्छ भू-राजनीतिक हितों के लिए वैश्विक परिदृश्य में प्रतिबंधित आतंकवादियों पर नकेल नहीं कस सकते हैं तो वास्तव में आतंकवाद की इस चुनौती से ईमानदारी से लड़ने के लिए हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है।"
बता दें कि पिछले साल सितंबर में भी चीन ने UN में मीर को आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर अड़ंगा लगा दिया था। इससे पहले भी चीन कई बार भारत के प्रस्तावों पर रोक लगाता रहा है।
साजिद
कौन है साजिद मीर?
मीर लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी है और 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद से ही भारत में मोस्ट वांटेड है।
मुंबई हमले में जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब ने मीर का नाम लिया था। हमले के दौरान मीर ही सभी आतंकियों को फोन पर निर्देश दे रहा था।
लाहौर की एक आतंकवादी-रोधी कोर्ट ने मीर को 15 साल की सजा सुनाई थी। 21 अप्रैल, 2022 को पाकिस्तान पुलिस ने मीर को गिरफ्तार किया था।
प्रस्ताव
UN में भारत के प्रस्तावों पर चीन का अड़ंगा
2022 में चीन ने पाकिस्तानी आतंकी मौलाना मसूद अजहर के भाई अबुल रऊफ असगर उर्फ अब्दुल रऊफ अजहर को UN की आतंकवादियों की सूची में शामिल कराने के लिए लाए गए अमेरिका और भारत के प्रस्ताव का विरोध किया था।
पिछले साल ही अक्टूबर में लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए लाए गए प्रस्ताव पर भी चीन ने रोक लगा दी थी।