संसद का बजट सत्र शुरू, प्रधानमंत्री बोले- हंगामा करने वाले सांसदों के लिए पश्चाताप का वक्त
क्या है खबर?
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करके सत्र की शुरुआत की।
कल (1 फरवरी) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्तमान सरकार का आखिरी अंतरिम बजट पेश करेंगी।
लोकसभा चुनाव से पहले ये इस लोकसभा का आखिरी संसद सत्र भी है। 9 फरवरी तक चलने वाले इस सत्र में 'एक देश, एक चुनाव' पर उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट पेश की जा सकती है।
राष्ट्रपति
राष्ट्रपति बोलीं- भारत तेजी से विकसित हो रहा
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, "दुनिया में गंभीर संकटों के बावजूद भारत तेजी से विकसित हो रहा है। मेरी सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक लेकर भी आई है। ये ऐसे कानून हैं, जो विकसित भारत की सिद्धि की मजबूत पहल हैं। आपराधिक न्याय व्यवस्था अब इतिहास बन गई है। बीते 10 सालों में हमने भारत को शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाों में शामिल होते देखा है।"
राष्ट्रपति ने राम मंदिर, नारी शक्ति वंदन विधेयक और कई विकास परियोजनाओं का भी जिक्र किया।
बयान
प्रधानमंत्री बोले- बजट सत्र नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया गया था। वो फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम। उसके बाद 26 जनवरी को हमने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य, शौर्य और संकल्प की शक्ति का अनुभव किया। आज बजट सत्र आरंभ हो रहा है। राष्ट्रपति मूर्मू का मार्गदर्शन और सीतारमण के द्वारा बजट एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।"
सांसद
प्रधानमंत्री ने हंगामा करने वाले सांसदों पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आशा करता हूं कि इस वर्ष में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया। मैं इतना जरूर कहूंगा कि कुछ लोगों का स्वभाव 'आदतन हुड़दंगी' हो गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं। ऐसे सभी माननीय सांसद आज आखिरी सत्र में जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने क्या किया। बजट सत्र, उन सांसदों के लिए पश्चाताप का अवसर है।"
एजेंडा
क्या है सत्र का एजेंडा?
संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा कि वित्त मंत्री जम्मू-कश्मीर के लिए भी बजट पेश करेंगी, जहां राष्ट्रपति शासन है।
जोशी ने कहा कि लोकसभा के 9 फरवरी को समाप्त होने वाले इस संक्षिप्त सत्र का मुख्य एजेंडा राष्ट्रपति का अभिभाषण, अंतरिम बजट की प्रस्तुति, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जवाब है।
उन्होंने कहा कि सत्र के लिए कोई विधायी एजेंडा नहीं है।
सांसद
सत्र में भाग ले सकेंगे निलंबित विपक्षी सांसद
सत्र में विपक्ष के उन 14 सांसदों को भी भाग लेने की अनुमति दी गई है, जिन्हें शीतकालीन सत्र के दौरान निलंबित किया गया था।
जोशी ने कहा कि इन सांसदों का निलंबन रद्द करने के सरकार के अनुरोध पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सहमति जताई है।
इसके अलावा राज्यसभा में हंगामा करने वाले 11 सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के मामले में विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट भी पेश की जाएगी।
बैठक
सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक
बजट सत्र से पहले केंद्र सरकार ने 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दोनों सदनों के सभी पार्टी के नेताओं के साथ संसद के पुस्तकालय में बैठक की।
बैठक की अध्यक्षता लोकसभा के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की।
बैठक में सरकार ने विपक्ष को सभी मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा का भरोसा दिया और नियमों का पालन करने की अपील की।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
हर वित्तीय वर्ष की शुरुआत से पहले सरकार संसद में केंद्रीय बजट पेश करती है। ये एक वित्तीय वर्ष में होने वाली सरकार की आमदनी और खर्चों का दस्तावेज है।
इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं, इसलिए इस बार यह अंतरिम बजट होगा, यानी सरकार जो बजट पेश करेगी, वह सिर्फ नई सरकार के आने तक खर्चों को पूरा करने के लिए होगा।
चुनावों के बाद नई सरकार जुलाई में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश करेगी।