बालासोर ट्रेन हादसा: घायल सदमे में, कोई अचानक चीखने-चिल्लाने लगता है तो किसी की नींद गायब
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों का कटक स्थित श्रीराम चंद्र भंजा मेडिकल कॉलेज अस्तपाल में इलाज चल रहा है और वो अभी तक गहरे सदमे में हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, इस हादसे में घायल हुए कुछ लोग अचानक चीखने और चिल्लाने लगते हैं, जबकि कुछ की नींद गायब है। करीब 40 घायल पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) की समस्या से जूझ रहे हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
PSTD क्या होता है ?
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, PTSD एक मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, जो किसी ऐसी भयानक घटना की वजह से होता, जिसे पीड़ित ने स्वयं अनुभव किया हो। ये समस्या किसी भीषण दुर्घटना, शारीरिक शोषण और अन्य ऐसी परिस्थिति में हो सकती है, जब पीड़ित को बड़ा मानसिक आघात पहुंचा हो। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति कई महीने या सालों तक अपने साथ हुए अनुभव से उबर नहीं पाता है।
डॉक्टर बोले- गहरे सदमे में हैं हादसे के पीड़ित
कटक मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विभाग के प्रोफेसर डॉ यशवंत महापात्र ने बताया कि रेल हादसे में घायल यात्रियों के मन में डर बैठ गया है और उन्हें गहरा सदमा लगा है। उन्होंने बताया कि ये हादसा बहुत ही भयानक था और इसमें जिंदा बचने वाले लोगों की मनोस्थिति पर इसका असर पड़ना भी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि इस हादसे के पीड़ित लोगों को उनकी स्वभाविक स्थिति में लौटाने के लिए काउंसलिंग जारी है।
पीड़ित लोगों की काउंसलिंग के लिए 4 टीम गठित
अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि हादसे में पीड़ित लोगों की काउंसलिंग के लिए 4 टीमें गठित की गई हैं, ताकि सभी पीड़ित अपनी-अपनी सामान्य स्थिति में लौट सकें। डॉक्टरों ने बताया कि काउंसलिंग के लिए गठित हर टीम में एक मनोचिकित्सक और एक मनोवैज्ञानिक के अलावा एक सामाजिक कार्यकर्ता और घायलों के एक या दो परिजनों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग से पीड़ितों के स्वास्थ्य में सुधार भी आ रहा है।
क्या है मामला?
2 जून को शाम लगभग 7:00 बजे ओडिशा के बालासोर में 3 ट्रेनें आपस में टकरा गईं थीं। इस भीषण हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गंवाई, जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे। अभी तक 50 से अधिक शव AIIMS भुवनेश्वर में रख हुए हैं, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। हादसे की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपी गई है और जांच के बाद ही हादसे के असली कारण का पता चल सकेगा।