Page Loader
कन्हैयालाल हत्याकांड: NIA की चार्जशीट में दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत 11 लोगों के नाम
NIA ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड में दाखिल की चार्जशीट

कन्हैयालाल हत्याकांड: NIA की चार्जशीट में दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत 11 लोगों के नाम

Dec 23, 2022
11:33 am

क्या है खबर?

राजस्थान के उदयपुर में इस साल जून में टेलर कन्हैयालाल तेली की गर्दन काटकर हुई हत्या के मामले में जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को जयपुर की एक विशेष अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल की। NIA की चार्जशीट में दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। NIA ने कहा कि सभी आरोपी कट्टरपंथी समूह से जुड़े थे और कन्हैयालाल की हत्या की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी।

जानकारी

क्या है उदयपुर का कन्हैयालाल हत्याकांड?

उदयुपर में 28 जून को मोहम्मद रियाज अटारी और मोहम्मद गौस नामक दो हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली की गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। दोनों हमलावर कपड़े सिलवाने के बहाने उसकी दुकान पर आए थे और यहीं वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो भी बनाया। गौरतलब है कि दोनों हमलावर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण टेलर से नाराज थे।

बयान

लोगों के बीच डर पैदा करने के लिए की गई थी हत्या- NIA

NIA की चार्जशीट में दो आरोपियों की पहचान सलमान और अबू इब्राहिम के रूप में हुई है जो पाकिस्तान के कराची के रहने वाले हैं। वहीं, अन्य नौ आरोपी उदयपुर के निवासी हैं जिनमें मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज अटारी और मोहम्मद गौस शामिल हैं। NIA के एक प्रवक्ता ने बताया कि हत्या और इसके वीडियो का प्रसार देशभर में लोगों के बीच दहशत और आतंक का माहौल पैदा करने के लिए किया गया था।

आरोप

NIA ने और क्या कहा?

NIA के प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस मामले से जुड़ा आतंकवादी गिरोह एक मॉड्यूल के रूप में काम कर रहा था। इस गिरोह ने बदला लेने के लिए हत्या की साजिश रची थी। ये सभी आरोपी कट्टरपंथी थे और आपत्तिजनक ऑडियो, वीडियो और संदेशों से प्रेरित थे। NIA के मुताबिक, हत्या के दोनों आरोपियों ने धारदार और घातक हथियारों और चाकुओं की पहले ही से व्यवस्था की हुई थी।

जानकारी

गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपी थी जांच

घटना के एक दिन बाद ही केंद्र सरकार ने NIA को मामले की जांच सौंप दी थी। गृह मंत्रालय ने अपने बयान में इस घटना में शामिल किसी भी संगठन या अंतरराष्ट्रीय लिंक की विस्तार से जांच करने की बात कही थी। गौरतलब है कि आरोपियों ने हत्या के बाद एक वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की धमकी भी दी थी। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन होने की बात कही थी।