NEET मामला: परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र वाले बक्से में लगे डिजिटल लॉकर को काटकर खोला गया
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG 2024 के पेपर लीक और गड़बड़ी मामले में झारखंड के हजारीबाग शहर का ओएसिस स्कूल जांच के घेरे में है। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने स्कूल के प्रधानाचार्य और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की ओर से नियुक्त जिला समन्वयक एहसानुल हक समेत कई से पूछताछ की है। हक ने इंडियन एक्सप्रेस को 5 मई को परीक्षा के दिन के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें प्रश्नपत्र के बक्सों ने मुसीबत खड़ी की थी।
नहीं खुल रहे थे प्रश्नपत्र के बक्सों के डिजिटल लॉकर
हक ने बताया कि 5 मई को परीक्षा से पहले दोपहर 1:15 बजे प्रश्नपत्रों के 2 बक्सों पर लगे डिजिटल लॉक नहीं खुले तो उनको कटर से काटना पड़ा था। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र के बक्से में 2 ताले होते हैं, जिसमें एक मैनुअल और दूसरा डिजिटल होता है। पहला ताला चाबी और कटर से खुलता है, जबकि दूसरा परीक्षा से 45 मिनट पहले अपने आप खुल जाना चाहिए था, लेकिन हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में ऐसा नहीं हुआ।
NTA से पूछा उपाय
हक ने बताया कि उन्होंने NTA को सारी स्थिति से अवगत कराया तो उन्हें सुझाव दिया कि लॉकर को कटर से काट दो। हक ने बताया कि उनके साथ 5 अन्य स्कूलों के परीक्षा केंद्रों के डिजिटल लॉक नहीं खुले थे। यह बात परीक्षा केंद्रों के अधीक्षकों और पर्यवेक्षकों से पता चली थी। NTA के पर्यवेक्षक विश्व रंजन ने बताया कि पिछली बार भी डिजिटल लॉकर बीप के साथ खुले थे, लेकिन इस बार यह नहीं खुले तो आश्चर्य हुआ।
NTA के अधिकारियों ने भी की पुष्टि
रिपोर्ट के मुताबिक, NTA के अधिकारियों ने पुष्टि की कि अगर डिजिटल लॉकर समय पर नहीं खुलते हैं तो प्रोटोकॉल के अनुसार उनको तोड़ा जा सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि ये डिजिटल उपकरण होते हैं और खराब हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इनके साथ छेड़छाड़ की गई है। बता दें कि हजारीबाग के एक साथ 5 परीक्षा केंद्रों के डिजिटल लॉकर न खुलने से NTA के भी होश उड़ गए थे।
EOU अपने साथ ले गई है बक्से
ओएसिस स्कूल के केंद्र अधीक्षक इम्तियाज आलम ने बताया कि 21 जून को बिहार से EOU अधिकारी आए थे, जो अपने साथ एल्युमिनियम के 2 बक्से ले गए। इन्हीं में प्रश्नपत्र थे। अधिकारियों का कहना था कि बिहार में लीक हुए प्रश्नपत्र के जले हुए अवशेषों पर पाया गया सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र से मेल खाता है। आलम ने बताया कि EOU अधिकारियों ने बताया कि बक्सों के चारों ओर लगे स्टिकर एक समान नहीं थे।
क्या है पूरा NEET-UG विवाद?
5 मई को NEET-UG के दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद किए गए थे। साथ में उम्मीदवारों के नंबरों को लेकर भी गड़बड़ी की शिकायतें हुई हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और अगली सुनवाई 8 जुलाई को है। इसके अलावा मामले की जांच बिहार की EOU कर रही है, जिसने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को भी जांच सौंपी गई है।