केंद्र सरकार की 'स्वप्न योजनाओं' को बारिश ने धोया, सोशल मीडिया पर हो रही किरकिरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार ने 10 साल में कई जरूरी परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई, लेकिन तीसरा कार्यकाल शुरू होते ही इनमें शिकायतें आने लगी। शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत गिरने के बाद इस मुद्दे को हवा मिल गई और सोशल मीडिया पर सरकार के काम पर सवाल उठने लगे। इस दौरान पिछले 10 साल में शुरू की गई परियोजनाओं को लेकर लोग सरकार को घेर रहे हैं।
किन-किन योजनाओं पर उठ रहे सवाल
पिछले 10 साल में केंद्र सरकार ने मुंबई के अटल सेतु समेत कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया है, लेकिन अधिकतर में गड़बड़ी की शिकायतें सामेन आ रही हैं। दिल्ली में बनाए गए प्रगति मैदान सुरंग का काफी जोर-शोर से उद्घाटन किया गया था, लेकिन बारिश के बाद इसमें काफी भर गया था और इसे कुछ समय के लिए बंद किया गया था। इसी तरह G-20 शिखर सम्मेलन के लिए बने भारत मंडपम में भी जलभराव की तस्वीरें सामने आई थीं।
अटल सेतु, राम मंदिर और वंदे भारत को लेकर भी विवाद
6 महीने पहले मुंबई-ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) अटल सेतु का उद्घाटन हुआ था, लेकिन पिछले दिनों कांग्रेस ने इसमें दरारें दिखाकर विवाद खड़ा कर दिया। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जबकि राज्य सरकार ने बताया कि यह मुख्य सड़क की नहीं, सर्विस लेन की दरारें हैं। इसी तरह अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में भी पानी का रिसाव सोशल मीडिया पर छाया रहा। वंदे भारत ट्रेन को लेकर भी सवाल उठे थे।
देश के अन्य टर्मिनल में भी हुए हादसे
ETV भारत के मुताबिक, देश के कई नवनिर्मित टर्मिनल और हवाई अड्डों में कुछ न कुछ खामियां देखने को मिली हैं। पिछले दिनों बेंगलुरु के केम्पागौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल-2 का उद्घाटन हुआ था, लेकिन उसकी छत से पानी का रिसाव देखा गया था। अंडमान और निकोबार में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए इंटीग्रेटेड टर्मिनल की छत 2023 में उड़ गई थी। मध्य प्रदेश में जबलपुर हवाई अड्डे पर भी गुरुवार को हादसा हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर क्यों ले रहा विपक्ष?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी समेत तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता सभी घटनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर ले रहे हैं। इसके पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि जितनी भी परियोजनाओं में खामियां नजर आई हैं, उनमें से अधिकतर का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया है। साथ ही योजनाओं पर काफी खर्च भी आया है। इससे विपक्ष को उनको घेरने में आसानी हो रही है।