कोलकाता में महिला डॉक्टर के पिता ने बेटी का तुरंत दाह संस्कार करने पर सवाल उठाया
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बर्बर रेप और हत्या का शिकार हुई महिला डॉक्टर के पिता ने राज्य सरकार के कार्यों से असंतोष जताया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पिता ने पोस्टमॉर्टम के बाद अपनी बेटी का तुरंत दाह संस्कार किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे सबूत नष्ट होने का संदेह पैदा हुआ है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित मुआवजा भी लेने से इंकार कर दिया।
क्या बोले पीड़ित डॉक्टर के पिता?
पिता ने कहा, "मुख्यमंत्री न्याय प्रदान करने की बात कर रही हैं और एकजुटता के लिए सड़कों पर उतरी हैं, लेकिन न्याय की मांग करने वाले लोगों को जेल क्यों भेजा जाए? हम मुख्यमंत्री के काम से संतुष्ट नहीं हैं। हमने सरकार के मुआवजे को अस्वीकार कर दिया।" उन्होंने कहा, "श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए 3 शव थे, लेकिन हमारी बेटी का उनसे पहले अंतिम संस्कार कर दिया। हम इतने सदमे में थे कि कुछ कर नहीं सके।"
महिला डॉक्टर के माता-पिता ने विभाग के लोगों पर शक जताया
मृतक डॉक्टर के माता-पिता ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी जांच में कुछ नहीं निकला और किसी ने उनका सहयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की हत्या के लिए पूरा विभाग जिम्मेदार है और संदेह है कि विभाग के लोग भी इसमें शामिल हों। पीड़िता की मां ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को बड़ी कठिनाईयों से पढ़ाया था। उन्होंने अस्पताल के कुछ डॉक्टरों के नाम केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को बताया है।
क्या है कोलकाता में महिला डॉक्टर के रेप और हत्या का मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं। मामले में पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया है। फिलहाल CBI को मामले की जांच सौंपी गई है। सुरक्षा समेत कई मांगों को लेकर डॉक्टर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं