कोलकाता मामला: पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष के आवास समेत 15 ठिकानों पर CBI की छापेमारी
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की सख्ती बढ़ती जा रही है। CBI ने आज पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष के घर समेत कोलकाता में 15 जगहों पर छापे मारे हैं। ये छापेमारी अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में हो रही है। बता दें कि भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के मामले में 24 अगस्त को CBI ने घोष के खिलाफ FIR दर्ज की है।
कहां-कहां हो रही छापेमारी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, CBI की टीमों ने 4 लोगों से जुड़े 15 ठिकानों पर छापे मारे हैं। इनमें घोष का आवास, फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉक्टर देबाशीष सोम, मेडिकल सुपरिटेंडेंट कम वाइस प्रेसिडेंट संजय बशिष्ठ और अस्पताल के आपूर्तिकर्ता बिप्लब सिंह का नाम शामिल है। सुबह से ही CBI की टीम कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि CBI के पहुंचने के एक घंटे बाद घोष ने दरवाजे खोले।
वित्तीय अनियमितता मामले में CBI ने दर्ज की है FIR
छापेमारी से एक दिन पहले ही CBI ने वित्तीय अनियमितता मामले में घोष के खिलाफ FIR दर्ज की है। दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर घोष के खिलाफ उनके कार्यकाल में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया था। इसके बाद हाई कोर्ट ने अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले की जांच का जिम्मा भी CBI को सौंप दिया था।
घोष पर क्या हैं आरोप?
अख्तर अली ने घोष को लेकर कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। अख्तर का दावा है कि घोष मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रैकेट चलाते थे, जिसमें कई छात्र शामिल थे। अली ने कहा कि घोष पैसे लेकर बच्चों को पास या फेल करते थे, अस्पताल में आने वाले लावारिस शवों को बेचते थे और बायोमेडिकल कचरे की तस्करी करते थे। इसके अलावा घोष पर खरीद फरोख्त में गड़बड़ी, काउंसलिंग में धांधली और नियुक्ति में भ्रष्टाचार जैसे आरोप भी हैं।
क्या है मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना सामने आने के बाद पूरे देश में विरोध शुरू हो गया और डॉक्टर अपनी सेवाएं ठप कर हड़ताल पर चले गए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच CBI को सौंप दी है। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।