दिल्ली-NCR में खालिस्तानी स्लीपर सेल्स सक्रिय, कर सकते हैं बड़ा हमला- खुफिया अलर्ट
खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में खालिस्तानी स्लीपर सेल के आतंकी नेटवर्क सक्रिय हो गए हैं। अलर्ट के अनुसार, खालिस्तानी स्लीपर सेल दिल्ली-NCR में कई आतंकी हमलों को अंजाम दे सकते हैं। माना जा रहा है कि हाल ही में दिल्ली के कई इलाकों में दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में लिखे गए देश-विरोधी नारे एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
खुफिया एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
बतौर रिपोर्ट्स, खुफिया एजेंसियों ने मामले के संबंध में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षाबलों को अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसियों ने कुछ कॉल भी रिकॉर्ड किए थे, जिसके बाद खालिस्तानी स्लीपर सेल्स के सक्रिय होने की बात सामने आई। वहीं खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद दिल्ली पुलिस में हड़कंप की स्थिति है और बड़े स्तर पर नाकाबंदी और चेंकिंग अभियान शुरू किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इंडिया टुडे के मुताबिक, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में देश-विरोधी गतिविधियां करने के लिए रुपये दिए गए थे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की मदद करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
19 जनवरी को लिखे गए थे देश-विरोधी नारे
गणतंत्र दिवस से पहले 19 जनवरी को दिल्ली के पश्चिम विहार, जनकपुरी, विकासपुरी, पीरागढ़ी समेत कई अन्य इलाकों में दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में 'खालिस्तान जिंदाबाद', 'रेफरेंडम 2020' और 'वोट फॉर खालिस्तान' जैसे नारे लिखे जाने का मामला सामने आया था। तब दिल्ली पुलिस की PRO सुमन नलवा ने बताया था कि नारे लिखने के पीछे SFJ का हाथ हो सकता है, जो खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की हरकतें करने की कोशिश करता रहता है।
क्या है सिख फॉर जस्टिस?
SFJ एक खालिस्तानी संगठन है, जो सिखों के लिए अलग देश की मांग करता है। इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में है और ये कनाडा में सबसे अधिक सक्रिय है। भारत में उस पर किसान आंदोलन के बहाने खालिस्तानी विचारों और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है। 26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर हुई हिंसा में भी SFJ का नाम आया था। उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है।