लाल किले पर हुई हिंसा की पहले से साजिश रची गई थी- पुलिस की चार्जशीट
क्या है खबर?
दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर तीस हजारी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
इसमें पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और इकबाल सिंह सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
पुलिस ने चार्जशीट में कई हैरान करने वाले दावे किए गए हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि यह पूरी तरह से सुनियोजित हिंसा थी और प्रदर्शनकारी लाल किले पर कब्जा कर उसे नया प्रदर्शन स्थल बनाना चाहते थे।
पृष्ठभूमि
क्या है ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा का पूरा मामला?
दो महीने से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे किसान आंदोलन में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान अचानक से हिंसा हो गई थी और किसानों का एक धड़ा तय रास्ते से हटकर ITO होते हुए लाल किले पहुंच गया।
इस दौरान उनकी ITO और लाल किले समेत अन्य कई जगहों पर पुलिस के साथ जबरदस्त भिडंत हुई और उन्होंने कई बसों और वाहनों को निशाना बनाया। कुछ किसानों ने लाल किले पर सिख धर्म का झंडा भी फहराया था।
कार्रवाई
कई किसान नेताओं के खिलाफ FIR, लगभग 130 किए गए गिरफ्तार
इस हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस अभी तक 44 FIR दर्ज कर चुकी है और लगभग 130 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इन FIR में योगेंद्र यादव, राकेश टिकैट, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह समेत कई किसान नेताओं के नाम शामिल हैं।
पुलिस ने इन नेताओं को नोटिस भी जारी किए थे और पूछा था कि शर्तें तोड़ने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न हो।
चार्जशीट
देश को बदनाम करने के लिए चुना था 26 जनवरी का दिन- पुलिस
पुलिस ने अपनी 3,224 पन्नों की चार्जशीट में कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए 26 जनवरी का दिन चुना था।
उन्होंने सुनियोजित योजना के तहत परेड के लिए हुए तीन मार्गों के समझौते को तोड़ा था।
पुलिस ने यह भी कहा है कि प्रदर्शनकारी इस किसानों की ट्रैक्टर परेड की आड़ में लाल किले पर कब्जा कर उसे नया प्रदर्शन स्थल बनाना चाहते थे।
योजना
नवंबर-दिसंबर में ही बना ली गई थी हिंसा की योजना- पुलिस
पुलिस ने कहा है कि हिंसा की योजना नवंबर-दिसंबर में बना ली गई थी, क्योंकि हरियाणा और पंजाब में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खरीदे गए। पुलिस ने चार्जशीट में इससे संबंधित डाटा भी संलग्न किया है।
पुलिस ने कहा कि हिंसा की साजिश दो चरणों में रची गई थी। पहला यह था कि लाल किले पर कब्जा करना है और फिर इसे किसान प्रदर्शन का नया स्थल बनाना है। यही कारण रहा कि प्रदर्शनकारियों ने लाल किले में प्रवेश किया।
पैसा
लाल किले पर निशान साहिब फहराने वालों को पैसा देने की हुई थी घोषणा
पुलिस ने चार्जशीट में यह भी दावा किया है कि लाल किले में तिरंगा झंडा उतारकर निशान साहब और किसान झंडा फहराने वाले आरोपियों को मोटी रकम भी देने का वादा किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की बेटी के इंटरस्पेट कॉल को भी चार्जशीट में शामिल किया है, जिसमें बेटी बोल रही है कि पापा को 50 लाख मिलने वाले हैं। इससे साबित होता है कि हिंसा में विदेशी संगठनों की भी भागीदारी थी।