लोकसभा चुनाव के बाद होंगे जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव- मुख्य चुनाव आयुक्त
क्या है खबर?
चुनाव आयोग ने आज लोकसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के दौरान आयोग ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए भी चुनाव जल्द कराए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां चाहती थीं कि लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव हो, लेकिन सुरक्षाबलों की व्यवस्तता के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जाएंगे।
वजह
अब तक क्यों नहीं हुए चुनाव?
कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम में केंद्र शासित प्रदेश के लिए सीटों की अलग संख्या थी, जबकि परिसीमन आयोग ने इनकी संख्या को बढ़ा दिया था। इन दोनों के एक न होने तक यहां चुनाव कराना संभव नहीं था। अब केंद्र सरकार ने पुनर्गठन अधिनियम में बदलाव किया है, जिसके बाद चुनाव कराना संभव हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा की जरूरत होगी। इसलिए लोकसभा चुनाव के बाद यहां सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई जाएगी।
समयसीमा
30 सितंबर से पहले करवाने हैं चुनाव
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग के पास अभी 6 महीने से अधिक का समय है।
दरअसल, कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर से पहले विधानसभा चुनाव होने चाहिए।
बता दें कि यहां आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके बाद 2019 में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनते हुए इसे विभाजित कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था।