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भारतीय वायुसेना को मिला पहला अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर, जानिये क्या है खासियत

भारतीय वायुसेना को मिला पहला अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर, जानिये क्या है खासियत

May 11, 2019
03:55 pm

क्या है खबर?

भारतीय वायुसेना को शनिवार को पहला अपाचे हेलिकॉप्टर मिल गया है। अमेरिका के एरिजोना में विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने वायुसेना के एयर मार्शल ए एस बुटोला को यह हेलीकॉप्टर सौंपा। बोइंग के AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्‍टर को फिलहाल दुनिया का सबसे आधुनिक और घातक हेलिकॉप्‍टर माना जाता है। भारत और अमेरिका के बीच ऐसे 22 हेलिकॉप्टर के लिए 2015 में समझौता हुआ था। इस साल जुलाई तक इसका पहला बैच भारत को मिल जाएगा।

विशेषता

भारतीय वायुसेना के हिसाब से तैयार किया गया है हेलिकॉप्टर

अपाचे के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता में पहले से ज्यादा इजाफा होगा। इस हेलिकॉप्टर को सबसे पहले अमेरिकी सेना के लिए ह्यूज हेलिकॉप्टर ने मॉडल 77 के नाम से विकसित किया था। कुछ बदलावों के बाद 2012 में इसका नाम बदलकर AH 64E गार्डियन कर दिया गया था। भारतीय वायुसेना ने पर्वतीय इलाकों के हिसाब से इसमें कुछ अतिरिक्त बदलाव करवाए है। यह भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण में बड़ा कदम है।

ऑपरेशन

लादेन को मारने के लिए अमेरिका ने किया था अपाचे का इस्तेमाल

अमेरिकी सेना ने अपाचे और ब्लै हॉल हेलिकॉप्टर में कुछ बदलाव कर इसका इस्तेमाल लादेन को मारने के लिए किया था। अमेरिकी सेना के कमांडो इन हेलिकॉप्टर में सवार होकर पाकिस्तान में घुसे थे और पाकिस्तानी सेना का इसकी भनक तक नहीं लगी थी। भारतीय वायुसेना में भी इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल विशुद्ध रूप से हमले करने के लिए किया जाएगा। यह दुश्मन की किलेबंदी भेदने में पूरी तरह सक्षम है।

ट्विटर पोस्ट

भारतीय वायुसेना को मिला पहला अपाचे हेलिकॉप्टर

जानकारी

MI-35 की जगह लेगा अपाचे हेलिकॉप्टर

बोइंग से लिया गया अपाचे हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना में इस्तेमाल हो रहे MI-35 हेलिकॉप्टर की जगह लेंगे। इसका बेड़ा सेवा से रिटायर होने की कगार पर है। बता दें, बोइंग ने ही फरवरी में वायुसेना को चार चिनूक हेलिकॉप्टर की आपूर्ति की थी।

खासियत

ये हैं अपाचे हेलिकॉप्टर की खासियतें

अपाचे हेलिकॉप्टर में दो जनरल इलेक्ट्रिक T700 टर्बोशैफ्ट इंजन लगे हैं। इसमें लगे सेंसर की वजह से यह रात में भी उड़ान भर सकता है। यह 365 किमी प्रति घंटे की स्पीड से उड़ान भरने में सक्षम है। तेज गति की वजह से यह दुश्मन के टैंकों के परखच्चे उड़ा सकता है। हेल्मेट माउंटेड डिस्प्ले, इंटिग्रेटेड हेलमेट और डिस्प्ले साइटिंग सिस्टम की मदद से पायलट इसमें लगी चेनगन से दुश्मन को आसानी से निशाना बना सकता है।