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भारत का रक्षा उत्पादन 5 साल में 90 प्रतिशत बढ़ा, ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंचा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के रक्षा उत्पादन को लेकर अहम जानकारी दी है

भारत का रक्षा उत्पादन 5 साल में 90 प्रतिशत बढ़ा, ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंचा

लेखन आबिद खान
Aug 09, 2025
11:56 am

क्या है खबर?

वैश्विक अनिश्चितता और पड़ोसियों से तनाव भरे माहौल के बीच भारत का रक्षा उत्पादन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत का वार्षिक रक्षा उत्पादन वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1,50,590 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। ये बीते साल की तुलना में 18 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं, वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले रक्षा उत्पादन में 90 प्रतिशत की भारी-भरकम बढ़ोतरी हुई है।

बयान

रक्षा मंत्री बोले- यह गति भारत के मजबूत रक्षा औद्योगिक आधार का संकेत

राजनाथ सिंह ने लिखा, 'प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का रक्षा उत्पादन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है! वित्त वर्ष 2024-25 में वार्षिक रक्षा उत्पादन बढ़कर 1,50,590 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। मैं इस उपलब्धि को प्राप्त करने में रक्षा उत्पादन विभाग और सभी हितधारकों, सार्वजनिक क्षेत्र के निर्माताओं और निजी उद्योग के सामूहिक प्रयासों की सराहना करता हूं। यह बढ़ती हुई गति भारत के मजबूत रक्षा औद्योगिक आधार का संकेत है।'

रक्षा निर्यात 

एक दशक में 30 गुना बढ़ा भारत का रक्षा निर्यात

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पिछले एक दशक में भारत का रक्षा निर्यात लगभग 30 गुना बढ़ गया है। 2013-14 में भारत का रक्षा निर्यात 686 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 में बढ़कर 23,622 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 2014 और 2024 के बीच भारत ने 88,319 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण निर्यात किए, जबकि 2004-14 के बीच ये आंकड़ा 4,312 करोड़ रुपये था। भारत का लक्ष्य 2029 तक रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का है।

उत्पादन

तेजी से रक्षा उत्पादन और निर्यात बढ़ा रहा है भारत

भारत लगातार अपने सैन्य निर्यात और रक्षा क्षमताओं में वृद्ध करने में जुटा हुआ है। जुलाई में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 1.05 लाख करोड़ रुपये की 10 बड़े रक्षा सौदों को मंजूरी दी थी। इनसे सशस्त्र बलों के लिए बख्तरबंद वाहन, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें खरीदी जाएंगी। भारत 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को विकसित करने पर भी काम कर रहा है।