
बरेली में जुमे की नमाज को लेकर हाई अलर्ट; चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात, इंटरनेट बंद
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को 'आई लव मोहम्मद' को लेकर हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। आज जुमे की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। बरेली को अलग-अलग जोन में बांटा गया है और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हवाई निगरानी के लिए ड्रोन भी लगाए गए हैं। लोगों को घरों की छतों से पत्थर हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
इंटरनेट बंद
48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद
प्रशासन ने 2 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे से लेकर 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। दशहरा, जुमे की नमाज और दुर्गा विसर्जन के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि फेसबुक, यूट्यूब और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए ये प्रतिबंध लगा है। SMS सेवाएं, मोबाइल इंटरनेट और डेटा के साथ ब्रॉडबैंड और वायरलेस कनेक्शन भी निलंबित रहेंगे।
जोन
निगराने के लिए शहर को अलग-अलग जोन में बांटा
बरेली को 4-4 सुपर और स्पेशल जोन में बांटा गया है। हर सुपर जोन में एक SP, 2 ASP और 2 CO और स्पेशल जोन में एक ASP और 2 CO रहेंगे। पहला सुपर जोन मलूकपुर से बिहारीपुर, दूसरा इस्लामिया ग्राउंड, कुतुबखाना और नावेल्टी, तीसरा कोहड़ापीर, बांसमंडल और साहूगोपीनाथ और चौथा शहदाना, ईंटपजाया और सिकलापुर को कवर करेगा। इसी तरह पहला स्पेशल जोन सराय और बाकरगंज, दूसरा जखीरा और सैलानी, तीसरा नकटिया और चौथा प्रेमनगर और बानखाना के लिए है।
जवान
8,000 सुरक्षाकर्मी, 6 ड्रोन टीमें रखेंगी नजर
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए 13 CO, 700 दरोगा और 2,500 सिपाही समेत दूसरे जिले से भी बल बुलाया गया है। PSC और RAF के जवानों को मिलाकर कुल 8,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। जिले में 6 ड्रोन टीमों की भी तैनाती की गई है, जो पूरे इलाके पर नजर रखेगी। इसके अलावा 15 क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) और दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस टीमें भी सड़कों पर है।
अपील
धार्मिक नेताओं ने की शांति बनाने की अपील
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, "जुमे की नमाज के बाद मुसलमान अपने घरों में लौट जाएं। कोई धरना प्रदर्शन के लिए बुलाए तो कतई न जाएं। कुछ मस्जिदों के इमाम राजनीति का हिस्सा बन जाते हैं, ऐसे लोगों ने वास्ता खत्म कर लें।" दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
हिंसा
बरेली में 26 सितंबर को भड़की थी हिंसा
'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के बीच 26 सितंबर को बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर लोगों ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बाद में पुलिस ने तौकीर और उनके करीबी समेत 86 लोगों को जेल भेजा। करीब 2,000 लोगों पर FIR दर्ज की गई है और कई इमारतें बुलडोजर से ध्वस्त की गई हैं।