
लद्दाख हिंसा के बाद सरकार ने सोनम वांगचुक के NGO का विदेशी फंडिंग लाइसेंस रद्द किया
क्या है खबर?
लद्दाख में हुई हिंसा के बाद पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक सरकार के निशाने पर आ गए हैं। सरकार ने वांगचुक के NGO का विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) लाइसेंस रद्द कर दिया है। अब वांगचुक का NGO विदेशों से फंडिंग प्राप्त नहीं कर सकेगा। इससे पहले खबर आई थी कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) वांगचुक के संस्थान हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख (HIAL) की विदेशी फंडिंग की जांच कर रही है।
लाइसेंस
CBI कर रही थी विदेशी फंडिंग की जांच
CBI विदेशी फंडिंग से जुड़े नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर वांगचुक के HIAL की जांच कर रही थी। वांगचुक ने कहा था, "CBI ने बताया कि यह जांच गृह मंत्रालय की शिकायत पर की जा रही है और आरोप लगाया कि संस्थान कथित तौर पर बिना FCRA अनुमति के विदेशी फंड प्राप्त कर रहा है। बताया गया है कि मामले में जांच जारी है, हालांकि कोई FIR दर्ज नहीं हुई है।"
हिंसा
लद्दाख हिंसा में हुई थी 4 लोगों की मौत
लद्दाख के लेह में बीते दिन प्रदर्शनकारियों ने भाजपा दफ्तर और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। ये लोग बीते लंबे समय से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने को लेकर वांगचुक के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे। बुधवार को यह प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान 4 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक घायल हैं। गृह मंत्रालय ने वांगचुक को हिंसा का दोषी ठहराया है।