लेह में हिंसक प्रदर्शन के बाद करगिल बंद, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
क्या है खबर?
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में बुधवार को हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद गुरुवार को करगिल बंद रहा। एकजुटता और शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराने के लिए कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) ने पूर्ण बंद का आह्वान किया था, जिसका असर दिखा। कारगिल में दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद दिखे। आसपास के बुरो, सांकू, पनिखर, पदुम, ट्रेस्पोन और आसपास के कई इलाकों से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और सुरक्षा बल जिले में तैनात है।
कर्फ्यू
लेह में कर्फ्यू, 50 लोग हिरासत में
हिंसाग्रस्त लेह में भी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी तैनात रही। इलाके में कर्फ्यू लागू है, जिसका सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लेह जिला प्रशासन ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 लागू कर 5 या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रको लगा दी, जिसके बाद 50 लोग हिरासत में लिए गए हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 12 और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 4 कंपनियां मौके पर तैनात हैं।
ट्विटर पोस्ट
करगिल में पसरा सन्नाटा
कल लेह को लेकर आज कारगिल बंद
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) September 25, 2025
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विवाद
लेह में हिंसक प्रदर्शन के दौरान 4 की मौत
लेह में पिछले काफी समय से छठी अनुसूची और लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भूख हड़ताल पर बैठे थे। बुधवार को यह हड़ताल हिंसा में तब्दील हो गई। इलाके में पुलिस वाहन और भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई और पत्थरबाजी हुई। पुलिस की गोलीबारी में 4 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है, जबकि 80 से अधिक घायल हैं। गृह मंत्रालय ने वांगचुक को हिंसा का दोषी ठहराया है।