जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, बीते 78 दिन में 11 हमले
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियां खत्म नहीं होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि जैश आतंकियों के समूह को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है, जिसके बाद तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। कल (10 अगस्त) को भी अनंतनाग में मुठभेड़ में 2 सैनिक शहीद हुए थे। केवल जुलाई महीने में ही जम्मू-कश्मीर में 10 आतंकी हमलों में 15 जवान शहीद हुए हैं।
पुल की सुरक्षा में तैनात जवानों पर हुई गोलीबारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, किश्तवाड़ से 25 किलोमीटर दूर पद्दार बटाम पुल की सुरक्षा कर रहे जवानों पर गोलीबारी हुई थी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। ये वो इलाका है, जहां से रस्सियों के सहारे चिनाब नदी पार की जाती है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आतंकियों की गतिविधि के बारे में जानकारी मिलने पर सेना और अर्धसैनिक बलों ने नौनट्टा, नागेनी पेयास और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया था।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने एक बयान में कहा, "किश्तवाड़ पुलिस स्टेशन के इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हल्की गोलीबारी हुई है। तलाशी अभियान जारी है। अभी तक किसी के घायल या हताहत होने की खबर नहीं है। तलाशी अभियान जारी है।" इस इलाके में चिनाब नदी पर बनी क्वार, कीरू और पाकल-डूल जैसी अहम विद्युत परियोजनाएं भी हैं, जो एक-दूसरे से 5 से 10 किलोमीटर की परिधि में फैली हुई है।
10 अगस्त को अनंतनाग में शहीद हुए थे 2 जवान
10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए थे। इसके अलावा 3 जवान और 2 नागरिक घायल हुए थे। इनमें से एक नागरिक की इलाज के दौरान मौत हो गई। अनंतनाग में भी तलाशी अभियान जारी है। इस मुठभेड़ पर भारतीय सेना ने कहा था कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।
सेना ने जताया शोक
सेना ने कहा, 'सेना की बहादुरी आज भी अमर है और वे अनंत शांति में विश्राम करते हुए अनगिनत दिलों को प्रेरित कर रही है। चिनार कोर के सभी रैंक हवलदार दीपक कुमार यादव और LNK प्रवीण शर्मा के बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने अनंतनाग में कर्तव्य निभाते हुए प्राणों की आहुति दे दी। चिनार योद्धा उनकी वीरता और बलिदान को सलाम करते हैं, गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता में खड़े हैं।'
जम्मू में 78 दिन में 11 हमले
पुंछ, राजौरी, रियासी, डोडा, उधमपुर और कठुआ में बीते 78 दिन में 11 आतंकी हमले हुए हैं। डोडा और कठुआ आंतकी गतिविधियों का केंद्र बने हुए हैं। केवल डोडा में ही जून-जुलाई के दौरान 5 आतंकी हमले हुए हैं। सेना का मानना है कि यहां करीब 24 आतंकी छिपे हुए हैं। सेना ने अब यहां 7,000 जवान, 8 ड्रोन, हेलीकॉप्टर और खोजी कुत्तों के साथ बड़ा तलाशी अभियान चलाया है।