महाराष्ट्र: नागपुर के कोरोना अस्पताल में लगी आग, चार लोगों की मौत
महाराष्ट्र के नागपुर में एक निजी कोरोना अस्पताल में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम लगभग 8 बजे अस्पताल में बने इन्टेंसिव केयर यूनिट (ICU) में आग लगी थी, जिसके बाद वहां भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग की कई गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था, जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद इस पर काबू पाया।
AC यूनिट में लगी थी आग
नागपुर नगर निगम के मुख्य दमकल अधिकारी राजेंद्र उचके ने बताया कि अस्पताल की दूसरी मंजिल में बने ICU की AC यूनिट से आग शुरू हुई थी। राहत की बात यह रही कि आग की लपटें वहीं तक सीमित रही और आगे नहीं बढ़ीं। उन्होंने बताया कि आग लगने के समय दूसरी मंजिल पर 10 मरीज भर्ती थे, जिनमें से छह खुद नीचे उतरकर आ गए, जबकि चार को दमकल कर्मियों की मदद से नीचे उतारा गया।
27 मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया- पुलिस
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल को खाली करा लिया गया है और यहां भर्ती 27 मरीजों को दूसरी जगहों पर भेजा गया है। अधिकारियों ने उन मरीजों की सेहत की जानकारी से अनभिज्ञता जताई।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने नागपुर के अस्पताल में आग लगने की घटना पर दुख व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि उनकी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और वो घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। वहीं शाह ने लिखा, 'मैं दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ व ईश्वर से घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।'
मुंबई के कोरोना अस्पताल में आग लगने से हुई थी 10 मौतें
पिछले महीने मुंबई के एक कोरोना अस्पताल में आग लगने से 10 मरीजों की हो गई थी। भांडुप इलाके में बने एक शॉपिंग मॉल की तीसरी मंजिल पर स्थित इस अस्पताल में आग लगने के वक्त 73 कोरोना संक्रमितों समेत कुल 76 मरीजों का इलाज चल रहा था। जांच में अस्पताल प्रशासन द्वारा बरती जा लापरवाही सामने आई थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से माफी मांगी थी।
पहले भी हो चुकी हैं कोरोना अस्पतालों में आग की घटनाएं
देश के अलग-अलग शहरों में कोरोना अस्पतालों में आग लगने की पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले साल नवंबर में गुजरात के राजकोट स्थित उदय शिवानंद अस्पताल में आग लगने से पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। इस अस्पताल में 30 से अधिक कोरोना संक्रमित भर्ती थे। उससे पहले अगस्त में गुजरात के ही अहमदाबाद के नवरंगपुर इलाके में स्थित प्राइवेट श्रेय अस्पताल में आग लगी थी, जिसमें आठ कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी।