पश्चिम बंगाल: TMC नेता के घर तलाशी के लिए पहुंची ED की टीम के खिलाफ FIR
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमले के संबंध में पुलिस ने 3 FIR दर्ज की हैं।
खबर है कि इनमें से एक FIR जांच एजेंसी के अधिकारियों पर कथित 'आपराधिक अतिक्रमण' और 'महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे' के आरोप के संबंध में है, जबकि 2 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई हैं।
आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
मामला
क्या है मामला?
5 जनवरी के ED के अधिकारी और सुरक्षाबल कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और जिला परिषद सदस्य शाहजहां शेख के आवास पर तलाशी लेने के लिए पहुंचे थे।
इस दौरान शेख के समर्थकों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।
मामले में एक FIR शेख के घर के केयरटेकर की शिकायत के आधार पर, जबकि दूसरी जांच एजेंसी की शिकायत और तीसरी स्वत: संज्ञान के आधार पर दर्ज की गई है।
रिपोर्ट
ED के अधिकारियों के खिलाफ किन धाराओं में दर्ज हुई FIR?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ED के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बिना कोई तलाशी वारंट दिखाए TMC नेता के आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया।
एक FIR अधिकारियों के खिलाफ IPC की धारा 441 (आपराधिक अतिक्रमण), 379 (चोरी करने का इरादा) और 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) के तहत दर्ज की गई है।
अन्य 2 FIR, IPC की धारा 147, 148, 149 (दंगा) और 353 (लोक सेवकों पर हमला) के तहत दर्ज की गई हैं।
बयान
पुलिस ने मामले में क्या कहा?
न्याजत पुलिस स्टेश के प्रभारी सुभाशीष प्रमाणिक ने कहा, "ये एक बहुत संवेदनशील मामला है। मैं FIR के बारे में कुछ नहीं कह सकता। फिलहाल मैं थाने के बाहर हूं, इसलिए कृपया मुझे कॉल न करें।''
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ED की टीम पर हमले के सिलसिले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन 3 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा है।
लुकआउट नोटिस
ED ने टीम पर हमले के बाद क्या किया?
इस बीच ED ने TMC जिला परिषद सदस्य शेख और उनके 4 भाइयों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ED ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) को सतर्क कर दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि शेख और उनका परिवार बांग्लादेश में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं।
बता दें कि ED की टीम पर हमले के बाद से TMC नेता शेख और उनका परिवार फरार है।
मामला
क्या है राशन वितरण घोटाला?
पश्चिम बंगाल में ED राशन वितरण घोटाले की जांच कर रही है और इस घोटाले को लेकर पुलिस ने 2020 से लेकर 2022 तक कई केस दर्ज किए थे।
ED ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत मिलने वाले राशन का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा खुले बाजार में बेचा गया था।
मामले में शनिवार को TMC नेता शंकर आध्या की गिरफ्तारी हुई है, जबकि कई आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।