पश्चिम बंगाल: ED ने कथित राशन घोटाले में TMC नेता आध्या को किया गिरफ्तार
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में कथित राशन राशन वितरण घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार कर लिया है।
आध्या की गिरफ्तारी एक अन्य TMC नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने जा रही टीम पर हमले के एक दिन बाद हुई है।
इस बीच उनकी पत्नी ज्योत्सना आध्या ने दावा किया कि जांच के दौरान ED के अधिकारियों के साथ सहयोग करने के बावजूद उनके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिपोर्ट्स
30 प्रतिशत PDS राशन बाजार में बेचा गया- ED
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर पिछले कई महीने से ED की टीम पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर रही है।
ED ने खुलासा किया है कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत मिलने वाले राशन का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा खुले बाजार में बेचा गया था।
इससे पहले शुक्रवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ED की टीम और सुरक्षाबलों पर TMC नेता शेख के समर्थकों ने हमला कर दिया था।
बयान
ED ने कहा- 800 से अधिक लोगों की भीड़ ने किया जानलेवा हमला
ED के अधिकारियों का कहना है कि TMC नेता शेख के आवास पर छापेमारी के दौरान पहुंचे अधिकारियों और सुरक्षाबलों को 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने घेरकर हमला कर दिया और उनकी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
जांच एजेंसी का आरोप है कि ये हमला जानलेवा था और उसके 3 अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और भीड़ में शामिल लोगों ने उसके कर्मचारियों से मोबाइल फोन और लैपटॉप सहित उनका अन्य सामान लूट लिया है।
ED
भीड़ से जान बचाने के लिए टीम को भागना पड़ा- ED
जांच एजेंसी के कहा कि हमले के चलते अधिकारियों और सुरक्षाबलों को अपनी जान बचाने के लिए बिना तलाशी लिए घटनास्थल से भागना पड़ा क्योंकि भीड़ बहुत हिंसक हो गई थी।
ED ने कहा कि TMC नेता शेख अपने आवास में मौजूद थे। उन्होंने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया और फिर अधिकारियों ने सुरक्षाबलों की मदद से दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।
तभी स्थानीय लोगों की भीड़ ने टीम पर लाठियां, पत्थर और ईंटों से हमला कर दिया।
राजनीति
हमले के बाद नया राजनीतिक विवाद शुरू
इस हमले की घटना से राज्य में एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस हमले को 'भयानक' बताते हुए कहा कि हिंसा को रोकना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और पश्चिम बंगाल कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है।
दूसरी ओर सत्तारूढ़ TMC ने इस हमले को भाजपा की साजिश करार दिया है, जबकि भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल में TMC की सरकार के बने रहने को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।