बिहार: पुलिस पर लगा गलवान हिंसा में शहीद हुए जवान के पिता को पीटने का आरोप
क्या है खबर?
बिहार की वैशाली जिले में पुलिस ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के जवान जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह को एक विवाद में गिरफ्तार किया है।
यह विवाद जमीन पर शहीद का स्मारक बनाए जाने से जुड़ा हुआ है। परिजनों ने पुलिस पर सिंह को घसीटने के साथ-साथ पिटाई करने का आरोप भी लगाया है।
घटना से जुड़ा एक CCTV फुटेज भी सामने आया है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
वैशाली जिले के जंदहा थाना क्षेत्र के कजरी बुजुर्ग गांव में शहीद जय किशोर सिंह क पिता और ग्रामीणों ने मिलकर उनका स्मारक बनवाया था।
कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्मारक को सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाया गया है। एक अन्य शख्स का आरोप है कि स्मारक से उसके घर की तरफ जाने वाला रास्ता बंद हो गया है।
ग्रामीणों ने सिंह के परिवार के साथ विवाद के चलते पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी।
आरोप
हमारे पास हैं जमीन के दस्तावेज- शहीद का भाई
शहीद जवान के भाई नंद किशोर सिंह ने बताया कि पुलिस ने 15 दिनों के अंदर स्मारक को जमीन से हटाने के लिए कहा था।
उन्होंने आगे कहा, "हम लोगों ने पुलिस को जमीन के मालिकाना हक के दस्तावेज होने की बात कही थी। हालांकि, पुलिस टीम ने मेरे पिता के साथ अभद्रता की और उन्हें घसीटते हुए गिरफ्तार कर ले गए।"
सिंह ने पुलिस पर थाने में उनके पिता को पीटने का भी आरोप लगाया है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें घटना का CCTV फुटेज
Galwan valley martyr’s father being dragged by @bihar_police @yadavtejashwi @NitishKumar @SpVaishali pic.twitter.com/oJjUnqtQET
— Anish Singh (@anishsingh21) February 26, 2023
प्रदर्शन
ग्रामीणों ने गिरफ्तारी के विरोध में किया प्रदर्शन
ग्रामीणों ने शहीद के पिता के साथ मारपीट और उनको गिरफ्तार किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। गुस्साए लोगों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, शहीद के पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 188, 323, 504 और 506 के साथ-साथ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम (SC/ST अधिनियम) के तहत भी केस दर्ज किया गया है।
बयान
पुलिस ने मारपीट के आरोप को किया खारिज
उप पुलिस अधीक्षक (DSP) पूनम केसरी ने मामले को लेकर कहा कि स्मारक को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि स्मारक के चलते रास्ता बंद हो गया था।
उन्होंने पुलिस द्वारा मारपीट के आरोप को खारिज कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, शहीद के परिवार को इससे पहले भी कई बार स्मारक हटाने के लिए बोला गया था।
झड़प
कब हुई थी गलवान घाटी में हिंसा?
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15-16 जून, 2020 को भारतीय सेना और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।
इस झड़प में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे।
हिंसा में बड़ी संख्या में PLA के भी सैनिकों के मारे जाने की बात सामने आई थी, लेकिन चीन ने इसे कभी स्वीकार नहीं किया।