दिल्ली में कार विस्फोट की जांच के बीच अल-फलाह विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक, ये चेतावनी दी
क्या है खबर?
दिल्ली में लाल किले के पास कार में विस्फोट की जांच के बीच हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक कर ली गई। आधिकारिक वेबसाइट को मंगलवार शाम को 'इंडियन साइबर अलायंस' नाम के एक समूह ने हैक किया और उसमें कट्टरपंथी गतिविधियों को लेकर चेतावनी दी थी। वेबसाइट हैक की जानकारी होने के तुरंत बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और सेवा बहाल की। यह खुराफातियों की करतूत बताई जा रही है।
संदेश
हैकरों ने वेबसाइट में क्या लिखा?
विश्वविद्यालय की वेबसाइट खोलते ही एक संदेश दिखा, जिसमें हैकरों द्वारा 'कट्टरपंथी इस्लामी गतिविधियों' की निंदा की गई थी। इसके बाद वेबसाइट पर लिखा, "ऐसे कट्टरपंथी इस्लामी विश्वविद्यालयों को भारत में अनुमति नहीं है। यदि आप भारत में रहना चाहते हैं...तो दूसरों की तरह शांतिपूर्वक रहें और अगर कट्टरपंथी इस्लामिक जिहाद चाहते हैं...तो भारत छोड़ दें और पाकिस्तान जाएं। इसे चेतावनी के रूप में लें...हम आपकी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रखे हैं। भारत विरोधी गतिविधियां बंद करो...वरना तुम्हें बर्बाद करेंगे।"
ट्विटर पोस्ट
साइबर हैकर्स का संदेश
Al-Falah University website defaced by Indian hackers pic.twitter.com/eH4tGXyHQP
— Master Chief Smart(h)an (@SparesofWar) November 11, 2025
संबंध
अल-फलाह विश्वविद्यालय का दिल्ली विस्फोट से संबंध
दिल्ली विस्फोट में फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय के तार जुड़ रहे हैं क्योंकि विस्फोट से पहले यहां के डॉक्टर मुजम्मिल शकील और डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया था। मुजम्मिल के धौज स्थित मकान से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला, जबकि शाहीन की कार में AK-47 और विस्फोटक था। दोनों की गिरफ्तारी के बाद लाल किले पर धमाका हुआ, जिसमें डॉक्टर उमर नबी के मारे जाने का शक है। वह भी अल-फलाह में पढ़ाता था।
जांच
NIA कर रही है जांच
लाल किले के पास एक i20 कार में हुए विस्फोट में 12 लोगों की जान गई है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। पहले इसे फिदायीन हमला बताया जा रहा था, लेकिन अभी तक जांच में सामने आया है कि आतंकियों ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल के खुलासे के कारण जल्दबाजी और हताशा में इसे अंजाम दिया है। धमाके वाली जगह से घातक विस्फोटक का सुराग नहीं मिला है। पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है।