अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा, जांच कर दिया जाए पानी और खाना- ED
क्या है खबर?
शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा बताया जा रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के वकील ने विशेष अदालत को बताया है कि मुखर्जी की जान को खतरा है और उन्हें दिये जाने वाले खाने और पानी की पहले जांच होनी चाहिए।
मुखर्जी फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बंद है और एजेंसी ने अदालत से मांग की है कि उन्हें जेल में चार से अधिक कैदियों के साथ नहीं रखा जाना चाहिए।
पृष्ठभूमि
किस मामले में हुई गिरफ्तारी?
ED ने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था।
राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी बताई जा रहीं मुखर्जी के घर से छापेमारी में करीब 50 करोड़ रुपये कैश और अन्य सामान बरामद हुआ था।
पूछताछ में मुखर्जी ने बताया कि यह सारा पैसा चटर्जी का है।
इस मामले में चटर्जी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मंत्रीमंडल से हटा दिया गया था।
जानकारी
ED ने PMLA अदालत को दी जानकारी
न्यूज18 के अनुसार, मुखर्जी के वकील नीलाद्री भट्टाचार्य ने बताया, "ED के वकील फिरोज एडुल्जी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) अदालत को बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर मुखर्जी की जान को गंभीर खतरा है। उन्होंने यह भी बताया कि जेल में मुखर्जी को दिये जा रहे खाने और पानी की जांच होनी चाहिए।"
बता दें कि ED PMLA के तहत ही इस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी
मेरी गैर-मौजूदगी में रखा गया पैसा- मुखर्जी
चटर्जी ने ED को बताया है कि उनके घर से मिला कैश उनका नहीं है और उनकी अनुपस्थिति में वहां रखा गया था। बता दें, एजेंसी को शक है कि यह पैसा शिक्षक भर्ती घोटाले से जुटाया गया है।
जानकारी
चटर्जी ने भी कही अपना पैसा न होने की बात
मुखर्जी से पहले पार्थ चटर्जी ने कहा था कि यह उनका पैसा नहीं है। रविवार को चटर्जी ने दावा किया कि उनके पास आय का कोई स्त्रोत नहीं है और छापेमारी के दौरान मुखर्जी के आवास से मिला पैसा उनका नहीं है।
रविवार को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल आए चटर्जी से जब पूछा गया कि क्या कोई उनके खिलाफ साजिश रच रहा है तो उन्होंने कहा कि यह वक्त आने पर पता चल जाएगा।
अर्पिता मुखर्जी
न्यूजबाइट्स प्लस (प्रोफाइल)
ED ने अर्पिता मुखर्जी को पार्थ चटर्जी की 'करीबी सहयोगी' बताया है। पेशे से अभिनेत्री मुखर्जी ने कुछ बंगाली और उड़िया फिल्मों में काम किया है।
उन्होंने 2008 में आई फिल्म 'पार्टनर' में बंगाली सुपरस्टार जीत और 2009 में आई 'मामा बागने' में प्रसनजीत चटर्जी के साथ काम किया था।
वो पार्थ चटर्जी की दुर्गा पूजा समिति 'नाकटला उदयन' के प्रचार अभियान का चेहरा भी रह चुकी हैं। यह कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है।