झारखंड: ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को छठी बार समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छठी बार समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। ED ने 12 दिसंबर मंगलवार को रांची के कार्यालय में उपस्थित होकर धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत बयान दर्ज कराने को कहा है। कथित जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जांच कर रही ED ने पांचवां समन 4 अक्टूबर को जारी किया था। हालांकि, सोरेन ने एक बार भी ED को अपने बयान दर्ज नहीं कराए हैं।
पांचवें समन को दी थी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JJM) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ED के दूसरे समन के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाई कोर्ट जाने के लिए कहा था, जिसके बाद वह हाई कोर्ट पहुंचे थे। यहां सोरेन की याचिका रद्द कर दी गई थी। इसके बाद सोरेन ने हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती नहीं दी है। तब तक उनको 4 समन मिल चुके थे। कोर्ट के आदेश के बाद ED ने छठा समन भेजा है।
क्या है मामला?
ED झारखंड की राजधानी रांची में भारतीय सेना की भूमि की बिक्री समेत कई अन्य मामलों की जांच कर रही है। रांची में जुलाई, 2020 से लेकर जुलाई, 2022 के बीच उपायुक्त रहते हुए IAS छवि रंजन ने नियमों के विपरीत कई भूमि सौदे किए थे। मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त रंजन और कोलकाता के कारोबारी विष्णु अग्रवाल सहित 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अब मुख्यमंत्री सोरेन ED के रडार पर हैं।
कब-कब भेजे गए समन?
धोखाधड़ी से जमीन की खरीद-बिक्री की जांच के दौरान ED को कई शिकायतें मिली थीं, जिसमें मुख्यमंत्री सोरेन और उनके करीबियों पर आदिवासियों की जमीन जबरन कब्जा करने का आरोप है। प्रारंभिक जांच में शिकायतों के सही मालूम पड़ने पर सोरेन का नाम आया। मामले में ED ने सोरेन को पहला समन 8 अगस्त, दूसरा समन 19 अगस्त, तीसरा समन 1 सितंबर और चौथा समन 17 सितंबर को भेजा। सोरेन किसी समन के जवाब में ED कार्यालय नहीं पहुंचे।