'डंकी रूट' मामले में ED की छापेमारी; करोड़ों नकद, 313 किलो चांदी और 6 किलो सोना बरामद
क्या है खबर?
अवैध तरीके से विदेश भेजने वाले डंकी रूट नेटवर्क पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। 18 दिसंबर को ED की जालंधर जोनल टीम ने पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में एक साथ 13 ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान दिल्ली स्थित एक ट्रैवल एजेंट के ठिकाने से ED ने 4.62 करोड़ नकद, 313 किलो चांदी और 6 किलो सोने के बिस्किट बरामद किए गए हैं। इनकी अनुमानित कीमत 19.13 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कार्रवाई
ED को छापेमारी में क्या-क्या मिला?
हरियाणा से ED को ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि लोगों को मेक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजने के लिए उनकी संपत्ति के कागजात गारंटी के तौर पर गिरवी रखवाए जाते थे, ताकि पैसा डूबने का कोई खतरा न रहे। इसके अलावा मोबाइल चैट और डिजिटल सबूत भी बरामद किए गए हैं, जिनमें डंकी रूट के अन्य सदस्यों से टिकट, रूट और पैसे की डील की बातचीत है।
जांच
कैसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़?
ED ने इसी साल फरवरी में यह जांच शुरू की थी। तब अमेरिका ने अवैध तरीके से रह रहे 330 भारतीयों को कार्गो विमान से निर्वासित किया था। इन मामलों से जुड़ी अलग-अलग FIR के आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से जांच शुरू की। पता चला कि इन लोगों को डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा गया था, जिसके बदले में करोड़ो रुपये लिए गए थे। इस गिरोह का कामकाज कई राज्यों में फैला हुआ था।
गिरोह
गिरोह में कौन-कौन शामिल?
ED की जांच में सामने आया है कि गिरोह में ट्रेवल एजेंट, स्थानीय बिचौलिये, डोंकर यानी रास्ते पर ले जाने वाले एजेंट, हवाला ऑपरेटर, ठहरने और लॉजिस्टिक व्यवस्था करने वाले लोग समेत कई लोग शामिल हैं। जिन व्यक्तियों या संस्थाओं के ठिकानों पर ED ने छापा मारा था, उनमें जालंधर की रिची ट्रेवल्स, दिल्ली के तरुण खोसला और पानीपत के बलवान शर्मा के नाम प्रमुख है। ED का कहना है कि यह पूरा सिस्टम अवैध कमाई पर आधारित था।
पूर्व कार्रवाई
ED ने पहले भी 5.41 करोड़ की संपत्ति की थी जब्त
15 दिसंबर को ED ने इसी मामले में 5.41 करोड़ की चल और अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया था। ये शुभम शर्मा, जगजीत सिंह और सुरमुख सिंह नामक एजेंटों द्वारा अवैध रूप से लोगों को अमेरिका भेजने में शामिल अपराध की आय के बराबर है। जब्त की गई संपत्तियों में कृषि भूमि, आवासीय और व्यावसायिक परिसर और इन एजेंटों और उनके परिवारों के नाम पर बैंक खाते शामिल हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
'डंकी रूट' अवैध तरीके से सीमा पार कराने का गैरकानूनी तरीका है। आमतौर पर इसमें दक्षिण अमेरिकी देशों से मेक्सिको होते हुए अमेरिका की सीमा पार कराई जाती है। इसके लिए 40-50 लाख रुपये वसूले जाते हैं। पहले लोगों को वेनेजुएला, निकारागुआ और ग्वाटेमाला जैसे ट्रांजिट बिंदुओं से अमेरिका-मेक्सिको सीमा तक पहुंचाया जाता है। यहां पुलिस की पकड़ में आने के बाद ये लोग उत्पीड़न का हवाला देकर शरण का दावा करते हैं। ये प्रक्रिया काफी जोखिम भरी होती है।