ED ने एमटेक समूह की 5,000 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की, जानिए कारण
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में शुरू हुई मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत शनिवार को गुरुग्राम स्थित एमटेक ऑटो लिमिटेड की 5,115 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। कंपनी पर सरकारी बैंकों से 27,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है। जब्त की गई संपत्तियों में 85 संपत्तियां शामिल हैं। ये सभी संपत्तियां 13 अलग-अलग राज्यों में फैली हुई हैं। ED ने कार्रवाई के बाद इसकी जानकारी दी है।
क्या है बैंक धोखाधड़ी का मामला?
ED के अनुसार, एमटेक समूह के प्रवर्तक अरविंद धाम और उनके समूह की कंपनियों ने बैंकों से हजारों करोड़ रुपये का ऋण लिया था और 500 से अधिक शेल कंपनियों में लगा दिया। इसके बाद कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने की घोषणा कर दी। इस ममाले में फरवरी में सुप्रीम कोर्ट में धाम के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की गई थी। उस पर कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को जांच का आदेश दिया था।
9 जुलाई को हुई थी धाम की गिरफ्तारी
ED ने बताया कि CBI के जांच शुरू करने के बाद IDBI और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने धाम के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि धाम और उनकी समूह कंपनियों ने 19 बैंकों से लिए ऋण को शेल कंपनियों में स्थानांतरित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनियों को दिवालिया घोषित कर दिया। इससे बैंकों को 80 प्रतिशत ऋण का नुकसान हुआ। इसके बाद CBI ने गत 9 जुलाई को धाम को गिरफ्तार कर लिया था।
ED ने CBI की FIR के आधार पर शुरू की जांच
ED अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इस मामले में CBI की FIR के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि समूह की एमटेक ऑटो लिमिटेड, ARG लिमिटेड, ACIL लिमिटेड, मेटालिस्ट फोर्जिंग लिमिटेड और कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड जैसी कंपनियों के साथ-साथ अन्य कंपनियां दिवालियापन प्रक्रिया में चली गई। इससे बैंकों को करीब 27,000 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ। समूह की कंपनियों के वित्तीय विवरणों में धोखे से हेरफेर भी किया गया था।
500 शेल कंपनियों में लगाया पैसा
ED का आरोप है कि धाम ने अपनी 500 से अधिक शेल कंपनियों का उपयोग करते हुए अधिक मूल्य वाली अचल संपत्तियों और लग्जरी संपत्तियों में निवेश किया था, जिनकी शेयरहोल्डिंग को एक बहुत ही जटिल शेयरहोल्डिंग संरचना में छिपाया गया था। ये शेल कंपनियां ऐसी संपत्तियों को रखती थीं, जिनकी वास्तविक स्वामित्व धाम और लाभकारी मालिक के पास है। ऐसे में अब देश के 13 राज्यों में स्थित कंपनी की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है।
ED ने कहां-कहां जब्त की संपत्ति?
ED ने बताया कि कंपनी की 13 राज्यों में फैली 85 संपत्तियां जब्त की है। इनमें दिल्ली में बड़ी वाणिज्यिक संपत्तियां और फार्महाउस, महाराष्ट्र में 200 हेक्टेयर भूमि, हरियाणा और पंजाब में सैकड़ों एकड़ भूमि, औद्योगिक भूमि, आवासीय प्लॉट कॉलोनियां, फ्लैट आदि शामिल हैं।