पश्चिम बंगाल: मनरेगा से जुड़े घोटाले में ED ने 4 जिलों में छापा मारा
मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ग्रामीण इलाकों में रोजगार की गारंटी देने वाली मनरेगा योजना में घोटाले के मामले में पश्चिम बंगाल के 4 जिलों में छापा मारा। इंडिया टुडे के मुताबिक, ED चारों जिलों में कई ठिकानों पर पहुंची है। यह मामले में एजेंसी की बंगाल में पहली छापेमारी है। ED की टीम झाड़ग्राम में सरकारी अधिकारी के आवास, हुगली के चुंचुरा में एक व्यवसायी के घर, मुर्शिदाबाद और साल्टलेक में तलाशी कर रही है।
धानेखली और मुर्शिदाबाद में दर्ज कराई गई है प्राथमिकी
रिपोर्ट के मुताबिक, ED के अधिकारियों ने बताया कि मनरेगा घोटाले से जुड़ी प्राथमिकी राज्य के धानेखली और मुर्शिदाबाद में दर्ज कराई गई है। मामला मनरेगा के तहत 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड जारी करने से संबंधित बताया जा रहा है। राज्य में विपक्षी भाजपा ने मनरेगा के तहत आवंटित धन के खर्च को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। भाजपा नेताओं का कहना है कि फर्जी सूची बनाकर पैसा बैंक खातों में जमा किया गया।
3 फरवरी को ममता ने दिया था केंद्र के खिलाफ धरना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 3 फरवरी को कोलकाता में मनरेगा के बकाए भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था, "केंद्र सरकार पर राज्य के 21 लाख मनरेगा श्रमिकों का बकाया बाकी है। जो बकाया राशि केंद्र सरकार ने अब तक नहीं दी है, वह पैसे पश्चिम बंगाल सरकार 21 फरवरी तक सभी 21 लाख मजदूरों के बैंक खाते में स्थानांतरित करेगी।" इसके 2 दिन बाद ही ED की छापामार कार्रवाई शुरू हो गई।