महाराष्ट्र: तनाव की अटकलों के बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एकनाथ शिंदे और फडणवीस की बैठक
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बागी गुट के सरकार में शामिल होने के बाद बने नए समीकरण के बीच गुरुवार देर रात उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उनके आवास पर मुलाकात की।
NCP बागी गुट के 9 मंत्रियों के शामिल होने के बाद राज्य मंत्रिमंडल में कुल 29 मंत्री हो गए हैं, जबकि 14 पद अब भी खाली हैं।
इन्हीं पदों को भरने को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई।
रिपोर्ट
अगले सप्ताह तक होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NCP के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद से शिवसेना के विधायकों में नाराजगी है, जिसे दूर करने के लिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
बैठक में फडणवीस और शिंदे के बीच विधायकों की नाराजगी दूर करने को लेकर लंबी चर्चा हुई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले सप्ताह तक सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
इसमें भाजपा और शिवसेना विधायकों को प्रमुखता दी जाएगी।
मतभेद
शिवसेना ने शिंदे के इस्तीफे की अटकलों से किया इनकार
इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि NCP के बागी अजित पवार और अन्य नेताओं के सरकार में शामिल होने से असहज मुख्यमंत्री शिंदे अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं या भाजपा उन्हें हटाकर पवार को मुख्यमंत्री बना सकती है।
शिवसेना ने इन अटकलों को खारिज किया है। पार्टी नेता उदय सामंत ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व पर भरोसा है और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
शिंदे
मुख्यमंत्री शिंदे बोले- पाटी में भीतर कोई मतभेद नहीं
मुख्यमंत्री शिंदे ने पार्टी के भीतर किसी भी प्रकार के मतभेद से इनकार किया है।
उन्होंने कहा, "गठबंधन की सरकार में अब 3 पार्टियां शामिल हैं और हमारे विधायकों की संख्या 200 से अधिक है। हमारी सरकार लगातार मजबूत हो रही है। हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन प्राप्त है।"
मुख्यमंत्री शिंदे का बयान ने शिवसेना विधायकों की उस चिंता को भी दूर कर दिया है, जिसमें उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थीं।
नाराजगी
अजित के बयान से अटकलों को मिला बल
दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि NCP के बागी नेता अजित और अन्य विधायकों के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद शिवसेना के कई विधायक नाखुश हैं।
इन कयासों को और बल तब मिला, जब अजित ने एक बयान में कहा कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
अजित के इस बयान से शिवसेना विधायकों की बैचेनी बढ़ गई थी और उन्होंने कथित तौर पर एक बैठक में मुख्यमंत्री शिंदे के समक्ष यह मुद्दा उठाया था।