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दिल्ली विस्फोट में गिरफ्तार महिला का खुलासा, 2 साल से इकट्ठा कर रहे थे विस्फोटक- रिपोर्ट
संदिग्ध आतंकवादी शाहीन शाहिद ने सच कबूला?

दिल्ली विस्फोट में गिरफ्तार महिला का खुलासा, 2 साल से इकट्ठा कर रहे थे विस्फोटक- रिपोर्ट

लेखन गजेंद्र
Nov 12, 2025
10:28 am

क्या है खबर?

दिल्ली में लाल किले के पास कार में विस्फोट के मामले की जांच के दौरान कुछ अहम खुलासे हुए हैं। दैनिक भास्कर के मुताबिक, फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में शामिल रहीं अल-फलाह विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉक्टर शाहीन शाहिद (45) ने कबूला है कि वह साथियों के साथ मिलकर हमले की साजिश रच रही थी। उसने बताया कि बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए वह और उसके साथी पिछले 2 साल से विस्फोटक जमा कर रहे थे।

खुलासा

पुलिस को बरामद हुआ था 2,900 किलोग्राम विस्फोटक

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर चिपकाने के बाद शुरू हुई जांच में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने संयुक्त रूप से हरियाणा के फरीदाबाद में जांच अभियान चलाया था। इस दौरान अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में शिक्षक डॉक्टर मुजम्मिल शकील को पकड़ा गया, जिससे पूछताछ के बाद उसी कॉलेज में डॉक्टर शाहीन को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान जांच में पुलिस को 2,900 किलोग्राम विस्फोटक मिला था, जो अमोनियम नाइट्रेट था। इसके अलावा अन्य उपकरण और हथियार मिले थे।

पहचान

कौन है डॉक्टर शाहीन?

शाहीन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की निवासी हैं। इलाहाबाद से पढ़ाई के बाद वह कानपुर स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज से 2006 में जुड़ी थीं। इसके बाद कन्नौज राजकीय मेडिकल कॉलेज में सेवा दी। उन्होंने महाराष्ट्र के जफर हयात से शादी की और 2015 में तलाक के बाद फरीदाबाद में डॉक्टर मुजम्मिल के संपर्क में आई। फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में उनका नाम तब आया, जब मुजम्मिल को उनकी कार के साथ पकड़ा गया, जिसमें Ak-46 और विस्फोटक था।

ट्विटर पोस्ट

शाहीन के पिता ने जानकारी दी

नेटवर्क

जैश की महिला शाखा को बढ़ाने की थी जिम्मेदारी

शाहीन को जमात-उल-मोमिनीन के बैनर तले भारत में जैश की महिला शाखा की स्थापना और नेतृत्व का काम सौंपा गया था, जो प्रतिबंधित संगठन का नया महिला भर्ती और संचालन नेटवर्क है। आशंका है कि जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अज़हर की बहन सादिया अजहर इस शाखा की प्रमुख हैं। उन्होंने पाकिस्तान से शाहीन को सीधे तौर पर यह काम सौंपा था। शाहीन विभिन्न सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के आकाओं के संपर्क में थीं।