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दिल्ली में कृत्रिम बारिश नहीं हुई, लेकिन बादलों में प्रयोग के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ा
दिल्ली में कृत्रिम बारिश के प्रयोग के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ा

दिल्ली में कृत्रिम बारिश नहीं हुई, लेकिन बादलों में प्रयोग के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ा

लेखन गजेंद्र
Oct 30, 2025
11:06 am

क्या है खबर?

दिल्ली में कृत्रिम बारिश का प्रयोग पूरी तरह असफल रहा। इससे हवा तो साफ नहीं हुई, लेकिन मंगलवार के मुकाबले प्रदूषण का स्तर जरूर बढ़ गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली में गुरुवार को सुबह कोहरे की घनी चादर छाई रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। गुरुवार का AQI मंगलवार के मुकाबले 80 अंक ज्यादा है। उसी दिन कृत्रिम बारिश का प्रयोग किया गया था।

प्रदूषण

आनंद विहार समेत कुछ इलाकों में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर'

CPCB के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी के 38 निगरानी स्टेशनों में 32 ने वायु गुणवत्ता को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया है, जबकि कुछ इलाकों में AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया। नोएडा, गाजियाबाद और गुरूग्राम जैसे पड़ोसी शहरों में भी वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' है। दिल्ली में विवेक विहार में AQI 415, आनंद विहार और अक्षरधाम के आसपास AQI 409 दर्ज किया गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं। वजीरपुर में AQI 394 दर्ज किया गया है।

सफल

दिल्ली में क्यों नहीं सफल हुआ क्लाउड सीडिंग?

दिल्ली सरकार ने IIT कानपुर के सहयोग से मंगलवार को दो चरण में कई इलाकों में क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बादल बनाने की कोशिश की थी, लेकिन देर शाम तक बारिश का अता-पता नहीं था। IIT विशेषज्ञों का कहना था कि बादलों में नमी की मात्रा 10 से 15 प्रतिशत थी, जो 50 से 60 प्रतिशत होनी चाहिए थी, जिससे बारिश नहीं हो सकी। हालांकि, शहर के कई हिस्सों में धुंध और प्रदूषण का असर बना हुआ है।

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दिल्ली में धुंध