अल-फलाह विश्वविद्यालय के छात्र असमंजस में, बच्चों के भविष्य को लेकर परिजन भी चिंतित
क्या है खबर?
दिल्ली में लाल किले के पास धमाके के बाद चर्चा में आए अल-फलाह विश्वविद्यालय के छात्रों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस विश्वविद्यालय से जुड़े कई लोगों के नाम दिल्ली कार धमाके में सामने आए हैं। इसके बाद विश्वविद्यालय में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने डेरा डाल रखा है और संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे छात्रों के साथ अभिभावकों में भी अनिश्चितता और डर का माहौल है।
कक्षाएं
अभिभावक बोले- सुरक्षा और भविष्य को लेकर संशय में
विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में MBBS के प्रथम वर्ष की कक्षाएं 20 नवंबर से शुरू हो गई हैं। जब छात्र परिसर में लौटे तो भारी पुलिस बल की उपस्थिति ने छात्रों और अभिभावकों दोनों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए दूर के शहरों से आए अभिभावकों ने बताया कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा और भविष्य को लेकर संशय में है और अभी भी स्थिति का आंकलन कर रहे हैं।
बयान
अभिभावक ने कहा- विश्वविद्यालय भरोसा बहाल करे
आगरा से अपनी बेटी को छोड़ने आए मनोज कुमार ने कहा, "आज भी हमें नहीं पता कि उसे यहां रखना सही है या नहीं। लेकिन हमारे पास विकल्प क्या है? हम उसकी पढ़ाई खतरे में नहीं डाल सकते।" लखनऊ के सुशील मेहता ने कहा, "मेरे बेटे ने यहां पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है, लेकिन खबर आने के बाद हमारा डर बढ़ गया है। कॉलेज को भरोसा बहाल करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।"
छात्र
कॉलेज प्रबंधन क्या कर रहा है?
छात्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि कुलपति और संकाय सदस्यों ने इस हफ्ते परामर्श सत्र आयोजित किए थे। प्रथम वर्ष के एक छात्र ने कहा, "उन्होंने हमें बताया कि मामला सुलझ जाएगा और अफवाहों पर ध्यान न दें।" प्रशासन ने छात्रों को बाहरी लोगों से बातचीत न करने और ऑनलाइन जानकारी साझा करने से बचने की सलाह दी है। छात्रों ने कहा कि परिसर में पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं और लगातार नजर रखी जा रही है।
अगला कदम
क्या रद्द होगी विश्वविद्यालय की मान्यता?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि विश्वविद्यालय पर अंतिम फैसला हरियाणा सरकार ही लेगी, क्योंकि इसकी स्थापना हरियाणा निजी विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत हुई है। बताया जा रहा है कि राज्य और केंद्र सरकार से मिली जानकारी के आधार पर विश्वविद्यालय के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि, कोई भी फैसला लेने से पहले निर्दोष छात्रों की पढ़ाई और भविष्य को ध्यान में रखा जाएगा। नेशलन मेडिकल काउंसिल भी मामले पर सक्रियता से विचार कर रहा है।
कार्रवाई
विश्वविद्यालय के खिलाफ अब तक ये कार्रवाई हुई
विश्वविद्यालय के संस्थापद जवाद अहमद सिद्दीकी फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में हैं। इंदौर के पास स्थित उनके घर को खाली कराने का आदेश जारी किया गया है। खबर है कि ये घर गिराया जा सकता है। विश्वविद्यालय से जुड़े कई लोग या तो हिरासत में है या उनसे पूछताछ की गई है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने मान्यता से जुड़े दावे को लेकर विश्वविद्यालय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।