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अहमदाबाद और जयपुर विस्फोट का आरोपी शादाब बेग भी रहा है अल-फलाह विश्वविद्यालय का छात्र
अहमदाबाद और जयपुर धमाकों का आरोपी शदाब बेग भी फरीदाबाद की अल-फलाह से पढ़ा है

अहमदाबाद और जयपुर विस्फोट का आरोपी शादाब बेग भी रहा है अल-फलाह विश्वविद्यालय का छात्र

लेखन गजेंद्र
Nov 20, 2025
12:01 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में कार विस्फोट के मामले में चल रही जांच के तहत हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच अधिकारियों को पता चला है कि 2008 में अहमदाबाद सीरियल बम धमाकों और 2007 के गोरखपुर बम धमाकों के मामले में आरोपी रहा मिर्जा शादाब बेग भी अल-फलाह विश्वविद्यालय से पढ़ा है। ऐसे में अल-फलाह से एक और छात्र के आतंकवादी गतिविधि में शामिल होने की पुष्टि हो गई है।

पढ़ाई

विश्वविद्यालय से की थी BTech की पढ़ाई

उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के बरदी लालगंज गांव निवासी बेग ने 2007 में अल-फलाह विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन में B.Tech की पढ़ाई पूरी की थी। उस पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) नेटवर्क से जुड़ने का आरोप है। जब उसने विस्फोट की योजना बनाई, तब वह छात्र था। उसने इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग का अध्ययन किया, जो नियंत्रण प्रणालियों और स्वचालन प्रौद्योगिकियों के डिजाइन और कार्यान्वयन से संबंधित है। बेग बम बनाने के सभी तकनीकी पहलुओं से परिचित था।

विस्फोट

बेग पर 5 धमाकों का आरोप

आरोपी 2007 में गोरखपुर में हुए विस्फोट में शामिल था। उसकी संलिप्तता प्रकाश में आने के बाद उसकी संपत्ति जब्द की गई थी। वर्ष 2008 में जयपुर में धमाकों के लिए वह विस्फोटक लेने कर्नाटक के उडुपी गया, जहां उसने संगठन के रियाज भटकल और यासीन भटकल से डेटोनेटर-बेयरिंग लिया था। बेग ने अहमदाबाद और दिल्ली में धमाकों से पहले पूरी रेकी की थी और 3 टीम बनाई थी। उस पर देश में 5 विस्फोट करने का आरोप है।

फरार

2 दशक से फरार है बेग

बेग IM के आजमगढ़ आतंकी मॉड्यूल का प्रमुख था। वह संगठन के संस्थापक सदस्यों भटकल बंधुओं के साथ पाकिस्तान में है। उसे 2019 में अंतिम बार अफगानिस्तान में देखा गया था। वह सऊदी अरब की यात्रा कर चुका है। उसने दिल्ली के जाकिर नगर में रहकर संगठन के नए सदस्यों को प्रशिक्षित किया था। बटला हाउस मुठभेड़ के बाद 2008 बम विस्फोटों से जुड़े 4 IM कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, जबकि बेग और मोहम्मद खालिद फरार हैं।

विस्फोट

कितना भयावह था जयपुर, दिल्ली अहमदाबाद और गोरखपुर धमाका?

गोरखपुर में मई 2007 में साइकिलों पर लंच बॉक्स रखकर बाजार में थोड़े-थोड़े अंतराल पर 3 बम फटे थे, जिसमें 6 लोग घायल हुए थे। इसके बाद 13 मई को जयपुर में 9 बम धमाकों में 60 से ज़्यादा लोग मारे गए। कुछ दिन बाद 26 जुलाई को, अहमदाबाद में 70 मिनट के अंतराल में 20 बम धमाकों में 56 लोग मारे गए और 246 घायल हुए थे। 13 सितंबर 2008 को दिल्ली धमाके में 20 लोग मारे गए थे।

संदेह

अल-फलाह विश्वविद्यालय पर शिकंजा कसा

दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को सफेद हुंडई i20 कार में हुए विस्फोट में 13 लोगों की जान गई है, जबकि 20 से अधिक घायल हैं। विस्फोट को अल-फलाह के डॉक्टर उमर नबी ने अंजाम दिया, जो खुद भी मारा गया। वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था। अल-फलाह के कई अन्य डॉक्टर पुलिस हिरासत में हैं। विश्वविद्यालय के संस्थापक जवाद अहमद सिद्दीकी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है।