दिल्ली धमाका: गिरफ्तार आदिल अहमद के भाई पर हैंडलर के संपर्क में होने का शक
क्या है खबर?
दिल्ली कार धमाके की जांच जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे छानबीन का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। अब जम्मू-कश्मीर पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार आरोपी डॉक्टर अदील अहमद राथर का भाई डॉक्टर मुजफ्फर अहमद राथर आतंकी मॉड्यूल का मुख्य समन्वयक और विदेशी लिंक के रूप में काम कर रहा था। मुजफ्फर मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है और अगस्त में दुबई चला गया था।
रिपोर्ट
आतंकियों और हैंडलर के बीच की लिंक था मुजफ्फर
न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि मुजफ्फर भारत में आतंकी मॉड्यूल और पाकिस्तान स्थित हैंडलर के बीच मध्यस्थ की तरह काम करता था। पाकिस्तानी हैंडलर अफगानिस्तान से पूरी योजना को संचालित कर रहे थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि मुजफ्फर उकासा के संपर्क में था, जिस पर जैश से जुड़े नेटवर्क का संचालन करने का शक है। उकाशा कश्मीरी है और माना जाता है कि फिलहाल अफगानिस्तान में है।
तुर्की
तुर्की में हुई थी मुजफ्फर और उकासा की मुलाकात- रिपोर्ट
2022 में मुजफ्फर ने इस मामले के एक और संदिग्ध डॉक्टर मुजम्मिल शकील के साथ तुर्की की यात्रा की थी। माना जा रहा है कि यहां दोनों की मुलाकात कथित तौर पर उकाशा से हुई थी। इसी दौरान फंडिंग से लेकर ऑपरेशनल रूट समेत हमलों की योजना बनाई गई थी। मुजफ्फर पर दुबई से आतंकी गतिविधियों का समन्वय करने, धन हस्तांतरण और रसद का प्रबंधन करने का आरोप है। भाई अदिल की गिरफ्तारी के बाद वह अफगानिस्तान चला गया।
सूत्र
मुजफ्फर ने अदिल की संदिग्धों से कराई थी मुलाकात
न्यूज18 से पुलिस सूत्रों ने कहा कि मुजफ्फर ने अपने छोटे भाई अदिल को कट्टरपंथी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसे उमर, मुजम्मिल और मौलवी इरफान से मिलवाया। एजेंसियों को शक है कि मुजफ्फर ने उमर को दिल्ली में विस्फोट करने के लिए व्यक्तिगत रूप से निर्देश दिए थे, क्योंकि मॉड्यूल के कई लोगों को गिरफ्तारी होने और विस्फोटक बरामद होने से आतंकियों की मूल योजना विफल हो गई थी।
दौरा
संदेह में आतंकियों की तुर्की यात्रा
रिपोर्ट के मुताबिक, जांचकर्ताओं को पता चला है कि संदिग्ध डॉक्टरों के मॉड्यूल का स्रोत 2 टेलीग्राम ग्रुप थे। इन्होंने डॉक्टरों को भड़काने में अहम भूमिका निभाई। एजेंसियों संदिग्धों की तुर्की यात्रा को भी खंगाल रही है। तुर्की से लौटने के बाद ही इस समूह ने देशभर में अपनी गतिविधियां बढ़ाईं। मुजम्मिल ने फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया और आदिल की तैनाती उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुई।