उत्तराखंड: सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तरीय अभियान, मुख्यमंत्री घटनास्थल पर पहुंचे
क्या है खबर?
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है।
पिछले 30 घंटों से सुरंग में फंसे मजूदरों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा राहत बल (SDRF) और पुलिस द्वारा संयुक्त बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
सोमवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का दौरा कर बचाव अभियान की समीक्षा की।
मामला
क्या है मामला?
रविवार सुबह लगभग 5:00 बजे उत्तरकाशी में भूस्खलन के चलते ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया था, जिसके बाद 40 मजदूर सुरंग के अंदर फंसे गए।
ये सभी मजदूर सुरंग में सुरक्षित हैं और बचाव अभियान में जुटी टीमें इनसे संपर्क बनाए हुए हैं। इन्हें सुरंग में बिछी पानी की पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है।
इन मजदूरों को खाने-पीने का सामान भी मुहैया कराया गया है।
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री धामी ने की राहत बचाव कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री धामी आज सुबह घटनास्थल के दौरे पर पहुंचे और यहां बचाव अभियान की समीक्षा की। उन्होंने एक्स पर इसका वीडियो साझा किया।
उन्होंने लिखा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने का कार्य निरंतर जारी है और वॉकी-टॉकी के माध्यम से सुरंग में फंसे मजूदरों से संपर्क बना हुआ है।
उन्होंने कहा, 'सभी के सुरक्षित होने की सूचना मिली है और उन्हें शीघ्र सकुशल बाहर निकालने का प्रयास जारी है।'
रिपोर्ट
सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य सरकार के आदेश पर आपात स्थित को देखते हुए जिले में तैनात सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे मजदूर विभिन्न राज्यों से हैं। इनमें झारखंड के 15, उत्तर प्रदेश के 8, ओडिशा के 5, बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, उत्तराखंड के 2, असम के 2 और हिमाचल का एक मजदूर शामिल है।
पुलिस
सुरंग में फंसे मजदूरों से 35 मीटर दूर हैं बचावकर्मी- पुलिस
उत्तरकाशी के पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि सुरंग के अंदर 40 लोग फंसे हुए हैं और सभी सुरक्षित हैं। उन्हें ऑक्सीजन और खाना-पीना उपलब्ध कराया है।
उन्होंने कहा, "सुरंग के अंदर फंसे लोगों के साथ वॉकी-टॉकी से संपर्क बना हुआ है। बचावकर्मी सुरंग में लगभग 15 मीटर तक चले गए हैं और लगभग 35 मीटर अभी भी तय करना बाकी है। हम सुरंग के अंदर जाने के लिए बगल से रास्ता बना रहे हैं।"
प्रशासन
युद्धस्तर पर चल रहा है राहत और बचाव कार्य- प्रशासन
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रोहिला ने कहा, "प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और NDRF और SDRF की टीमें युद्धस्तर पर बचाव कार्य में जुटी हैं और हम अंदर फंसे लोगों को जल्द से जल्द बचाने की कोशिश कर रहे हैं।"
सुंरग निर्माण एजेंसी राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के निदेशक अंशु मनीष खलको ने कहा, "अब स्थिति बेहतर है। सभी मजदूर सुरक्षित हैं और हम हम अपनी तरफ से उन्हें बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।"