उत्तराखंड: यमुनोत्री राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग ढही, 30 से अधिक मजदूरों के फंसे होने की आशंका
क्या है खबर?
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में युमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणाधीन सुरंग ढह गई। इस हादसे के बाद 30 से अधिक मजदूरों के सुरंग के अंदर फंसे होने की आशंका जताई गई है।
हादसे के बाद निर्माणाधीन कंपनी, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और पुलिस टीम द्वारा यहां राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
इस घटना की सूचना पाकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक (SP) भी मौके पर पहुंचे हैं।
हादसा
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही है सुरंग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया।
यह हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे के करीब हुआ, जब सुरंग में कई मजदूर काम कर रहे थे।
इस निर्माणाधीन सुरंग की कुल लंबाई 4.5 किलोमीटर है और सिल्क्यारा की ओर से सुंरग के प्रवेश द्वार से 200 मीटर की दूरी पर ये हादसा हुआ। ये सुरंग ऑलवेदर रोड परियोजना का हिस्सा है।
मजदूर
पुलिस अधिकारी बोले- हादसे में कोई मजदूर हताहत नहीं
मामले में उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एपी अंशुमान ने कहा, "हादसे में अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। SDRF और पुलिस बल यहां राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं।"
उत्तरकाशी SP अर्पण यदुवंशी ने कहा, "सुरंग में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें निकालने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। हम जल्द ही सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लेंगे।"
कंपनी
NHIDCL ने कहा- मजदूरों को निकालने में लग सकता है समय
सुरंग निर्माण का कार्य देख रही राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के अनुसार, सुरंग में करीब 36 लोग फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है।
NHIDCL के अधिकारियों ने कहा, "मलबे को हटाने लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीनों की व्यवस्था की जा रही है और ऑक्सीजन पाइप अंदर भेजे गए हैं। मजदूरों को बाहर को निकालने में 2-3 दिन लग सकते हैं।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
उत्तराखंड में चारधाम ऑलवेदर रोड परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। दिसंबर, 2016 में मोदी ने इस महत्वकांक्षी परियोजना की घोषणा की थी।
इसके तहत करीब 12,000 करोड़ रुपये की लागत से 889 किलोमीटर लंबी ऑलवेदर रोड बनाई जानी है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना के कार्य को 53 हिस्सों में बांटा है, जिसका 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। केंद्र सरकार अगले साल मार्च तक इस परियोजना को पूरा करना चाहती है।