CBI ने FCI में हुए भ्रष्टाचार को लेकर 50 जगह पर मारा छापा, जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को भारतीय खाद्य निगम (FCI) में हुए भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में कई जगर छापा मारा। बतौर रिपोर्ट्स, CBI के अधिकारियों ने 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की।
CBI ने छापेमारी से पहले FCI के उप महाप्रबंधक (DGM) राजीव कुमार मिश्रा को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
बयान
कार्रवाई को लेकर CBI ने क्या कहा?
CBI के एक अधिकारी ने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में FCI के DGM राजीव कुमार मिश्रा को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि कम गुणवत्ता वाले खाद्यान्न की आपूर्ति में शामिल वितरकों समेत अनाज व्यापारियों और FCI अधिकारियों के बीच सांठगांठ के सिलसिले में 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई है।
उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार के मामले में FCI में टेक्निकल असिस्टेंट से लेकर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की भूमिका की जांच की जा रही है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
CBI के मुताबिक, चावल और अनाज के बड़े व्यापारी अनाज जमा करने वाली कंपनियों से घटिया किस्म का अनाज और चावल खरीदकर FCI को ऊंचे दामों पर बेचा करते थे। यह धांधलेबाजी कथित तौर पर FCI के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही थी।
CBI पिछले छह महीने से भ्रष्टाचार के इसे मामले की जांच कर रही थी, जिसके बाद 74 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार में कौन-कौन हो सकता है शामिल?
CBI ने FCI में भ्रष्टाचार के गठजोड़ के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जिसमें खाद्यान्न की खरीद, भंडारण और वितरण में लगे अधिकारियों, चावल मिल मालिकों और अनाज व्यापारियों आदि शामिल हैं।
दरअसल, CBI को भ्रष्टाचार को लेकर पिछले कई महीनों से शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
CBI ने पंजाब सरकार के कुछ अधिकारियों पर भी अपनी नजर बनाई हुई है।
जानकारी
न्यूज़बाइट्स प्लस
भारतीय खाद्य निगम (FCI) केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग का एक सांविधिक निकाय है।
इसे भारतीय खाद्य निगम अधिनियम, 1964 के तहत वर्ष 1965 में स्थापित किया गया था। इस निकाय की स्थापना देश में भीषण अन्न संकट के चलते की गई थी।
इसका मुख्य कार्य खाद्यान्न और खाद्य पदार्थों की खरीद, भंडारण, परिवहन, वितरण और बिक्री करना है।