
कोलकाता मामला: CBI ने चार्जशीट में आरोपी के खिलाफ दिए ये 11 सबूत
क्या है खबर?
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने चार्जशीट दायर कर दी है। इसमें संजय राय को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
CBI ने केवल संजय को ही आरोपी बनाया है, जो पुष्टि करता है कि मामला सामूहिक दुष्कर्म से जुड़ा हुआ नहीं है।
CBI ने आरोपी संजय के खिलाफ 11 सबूतों की जानकारी भी चार्जशीट में दी है।
DNA
पीड़िता के शरीर पर मिला आरोपी का DNA
CBI ने कहा है कि पीड़िता के शरीर पर संजय का DNA मिला है। संजय का DNA पीड़िता के नाखून के नीचे से एकत्र की गई सामग्री पर भी पाया गया था।
घटनास्थल से संजय का एक बाल भी बरामद हुआ है। इसके अलावा पीड़िता के खून के धब्बे आरोपी की जींस और जूते पर पाए गए हैं। पीड़िता के शरीर पर आरोपी के मुंह का सलाइवा भी पाया गया है।
मोबाइल लोकेशन
चार्जशीट में आरोपी की मोबाइल लोकेशन का भी जिक्र
CBI के मुताबिक, मोबाइल टावर लोकेशन से पता चलता है कि संजय 9 अगस्त को सुबह 3.30 से 4 बजे के बीच अस्पताल में मौजूद था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता की मौत का समय भी यही बताया गया है।
CCTV फुटेज में आरोपी सुबह 4:03 बजे सेमिनार हॉल में घुसा और 4:32 बजे बाहर निकलता दिखाई दे रहा है। इस दौरान उसके हाथ में हेलमेट था और वो गार्ड से अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है।
इयरफोन
घटनास्थल से मिला आरोपी का ब्लूटूथ इयरफोन
CCTV फुटेज में देखा जा सकता है कि घटनास्थल की ओर जाते हुए आरोपी के कान में ब्लूटूथ इयरफोन लगा था। हालांकि, जब वो बाहर निकला तो उसके पास ये इयरफोन नहीं था।
CBI को ये इयरफोन घटनास्थल से मिला है। CBI का कहना है कि इयरफोन संजय का था और उसके मोबाइल से कनेक्ट भी हो गया था।
पीड़िता ने संजय के साथ संघर्ष भी किया था, जिसके निशान उसके शरीर पर मिले हैं।
सलाह
CBI ने वरिष्ठ डॉक्टरों के पैनल से भी ली सलाह
CBI ने कहा कि उसने दिल्ली के RML, AIIMS, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग, सफदरजंद और VMMC के डॉक्टरों के एक पैनल से भी मामले पर कानूनी सलाह ली है।
इस पैनल के मुताबिक, पीड़िता की मौत के 12 से 18 घंटे बाद उसका पोस्टमार्टम हुआ। आरोपी के शरीर पर जो चोट के 5 निशान मिले हैं, वो 24 से 48 घंटे के पहले के हैं, जो बचाव की कोशिश के दौरान लगी थी।
अनशन
दोबारा अनशन पर बैठे डॉक्टर
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला, जिसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार और हत्या की पुष्टि हुई थी।
घटना के बाद कोलकाता समेत पूरे देश के डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे थे, जो सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद समाप्त हुई थी। डॉक्टरों ने कई मांगे रखी थी।
हालांकि, 5 अक्टूबर से डॉक्टर दोबारा आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।