कोलकाता मामला: डॉक्टर दोबारा शुरू कर सकते हैं हड़ताल, 'सुप्रीम सुनवाई' के बाद लेंगे फैसला
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से बलात्कार के बाद हत्या के मामले में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन फिर से शुरू हो सकता है। डॉक्टरों ने कहा है कि 31 सितंबर को इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इस दौरान राज्य सरकार कार्यस्थल पर कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर जवाब दाखिल करेगी। अगर डॉक्टर राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो हड़ताल फिर से शुरू करने फैसला ले सकते हैं।
अस्पताल में मारपीट से नाराज हैं डॉक्टर
दरअसल, 27 सितंबर को कोलकाता के ही सागोर दत्ता अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने 3 डॉक्टरों और नर्सों के साथ पिटाई की थी। इसी घटना से जूनियर डॉक्टर नाराज हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार डॉक्टरों को सुरक्षा देने में पूरी तरह से विफल रही है, इसलिए सागोर दत्ता अस्पताल में हमला हुआ है। इस मामले को लेकर डॉक्टरों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया था।
क्या बोले डॉक्टर?
डॉक्टरों ने कहा, "राज्य सरकार हमें सुरक्षा देने पूरी तरह से विफल रही है। हम ममता बनर्जी सरकार को कुछ समय दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद शाम 5 बजे हम फैसला लेंगे। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ हमारी बैठकों को गंभीरता से नहीं लिया गया। मरीजों के परिवार के सदस्य हमारी एक महिला सहकर्मी को धमका रहे हैं। ये लोग ऐसी धमकी कैसे दे सकते हैं।"
डॉक्टरों की पिटाई मामले में 4 गिरफ्तार
सागोर दत्ता अस्पताल में डॉक्टरों के साथ पिटाई के आरोप में 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डॉक्टरों पर हमले में 7 लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों और नर्सों ने पुख्ता सुरक्षा की मांग करते हुए काम बंद कर दिया था। पश्चिम बंगाल जूनियर डाक्टर्स फ्रंट का एक प्रतिनिधिमंडल भी अस्पताल पहुंचा था और डॉक्टरों ने रैली भी निकाली थी। डॉक्टरों का आरोप था कि पुलिस केवल मूकदर्शक बन खड़ी रही।
19 सितंबर को डॉक्टरों ने खत्म की थी हड़ताल
लंबे मतभेद के बाद 16 सितंबर को मुख्यमंत्री ममता और डॉक्टरों के बीच बैठक हुई थी। इसमें सरकार ने डॉक्टरों की 3 मांगें मान ली थीं, लेकिन 2 पर सहमति नहीं बनी थी। इसके बाद डॉक्टरों ने आंशिक तौर पर हड़ताल खत्म कर दी थी और आपातकालीन सेवाओं में काम पर लौट गए थे। हालांकि, उन्होंने कहा था कि वे बची हुई 2 मांगों को पूरी करने की लेकर आंदोलन करते रहेंगे।
क्या है महिला डॉक्टर की हत्या का मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई थी। मामले में पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया और उसका पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया गया है। फिलहाल CBI मामले की जांच कर रही है। CBI ने अब पूर्व प्रधानाचार्य डॉ घोष और थानाप्रभारी मंडल को सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया है।