NEET पेपर लीक मामला: CBI ने बिहार और झारखंड से 2 लोगों को गिरफ्तार किया
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG पेपर लीक मामले में जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को 2 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इंडिया टुडे के मुताबिक, जांच एजेंसी ने पंकज कुमार और राजू सिंह को गिरफ्तार किया है। पंकज पटना के और राजू झारखंड के हजारीबाग निवासी हैं। CBI के अधिकारी दोनों से पूछताछ कर रहे हैं। बता दें कि CBI पेपर लीक मामले में 2 व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
दोनों पर क्या है आरोप?
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों आरोपी पेपर लीक मामले में शामिल हैं। पंकज कुमार पेपर लीक माफिया का हिस्सा है और उसने कथित तौर पर NEET-UG प्रश्नपत्र चुराए थे। वहीं राजू पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर प्रश्नपत्र को बांटने में उसकी मदद की थी। बता दें कि इससे पहले जांच एजेंसी ने पटना से मनीष प्रकाश को गिरफ्तार किया था, जिसने नकल की व्यवस्था की थी। इसके बाद मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया गया। अभी छापे जारी हैं।
11 जुलाई को गिरफ्तार हुआ है मुख्य सरगना
CBI ने 11 जुलाई को पटना से राकेश रंजन उर्फ रॉकी को गिरफ्तार किया था। रॉकी को पेपर लीक का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। कोर्ट ने रॉकी को CBI को 10 दिन की हिरासत में सौंपा है। जांच एजेंसी को कोलकाता और पटना में छापेमारी में उससे जुड़े ठिकानों पर कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। रॉकी रांची में होटल चलाता है। उसने ही सॉल्वर गैंग का जुगाड़ किया था, जिसमें पटना और रांची के मेडिकल छात्र शामिल थे।
क्या है पूरा मामला?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद हुए। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में 720 अंक आए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में 38 याचिकाएं दायर हैं। CBI और बिहार में EOU मामले की जांच कर रहे हैं। अब तक कई गिरफ्तारी हुई है।
शिक्षा मंत्रालय ने सौंपी है CBI को जांच
NEET में गड़बड़ी के एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। इसके बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी गड़बड़ियों की बात स्वीकार की है। मंत्रालय ने 23 मई को बड़ा फैसला लेते हुए गड़बड़ी की जांच CBI को सौंप दी थी। मंत्रालय ने तब कहा था कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए समीक्षा के बाद मामले की व्यापक जांच के लिए CBI को जिम्मेदारी दी है।