कौन हैं कैप्टन शिवा चौहान, जो बनीं सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी?
क्या है खबर?
भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है।
कैप्टन शिवा चौहान 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर तैनात होने वालीं भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं।
उन्हें सियाचिन में तैनाती से पहले कड़े प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा है। वह तीन महीने तक यहां तैनात रहेंगी।
आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
परिचय
कौन हैं कैप्टन शिवा चौहान?
कैप्टन शिवा चौहान बंगाल इंजीनियर ग्रुप (बंगाल सैपर) की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा राजस्थान के उदयपुर से पूरी कर सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
उन्होंने 11 साल की छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया था, जिसके बाद उनकी मां ने उनकी पढ़ाई का ध्यान रखा।
कैप्टन शिवा की मां ने बचपन से ही उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया था।
ट्रेनिंग
कैप्टन शिवा ने OTA से प्राप्त की है ट्रेनिंग
कैप्टन शिवा चौहान ने चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) से ट्रेनिंग प्राप्त की है। उन्हें मई, 2021 में भारतीय सेना की इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्त किया गया था।
उन्होंने जुलाई, 2022 में करगिल विजय दिवस के मौके पर आयोजित 508 किलोमीटर लंबे सुरा सोई साइकिल अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था। इसके बाद उन्होंने सुरा सोई इंजीनियर रेजिमेंट के जवानों का नेतृत्व किया और इसी के आधार पर सियाचिन में उनको तैनाती के लिए चुना गया है।
प्रशिक्षण
तैनाती से पहले कैप्टन शिवा को दिया गया कड़ा प्रशिक्षण
कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन बेस कैंप में स्थित सियाचिन बैटल स्कूल में भारतीय सेना के अन्य अधिकारियों और जवानों के साथ कड़ा प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण में बर्फ की दीवार पर चढ़ना, हिमस्खलन से बचाव और प्रतिकूल मौसम में उत्तरजीविता अभ्यास शामिल थे।
कैप्टन शिवा ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद अदम्य प्रतिबद्धता और साहस का परिचय देते हुए इस कड़े और मुश्किल प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया।
बधाई
रक्षा मंत्री ने दी कैप्टन शिवा चौहान को बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कैप्टन शिवा चौहान को बधाई दी है।
राजनाथ ने फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की पोस्ट को शेयर करते हुए ट्वीट किया, 'शानदार खबर। मुझे ये देखकर काफी खुशी हो रही है कि अधिक महिलाएं सशस्त्र बलों में शामिल होकर हर चुनौती का डटकर सामना कर रही हैं। यह उत्साहजनक संकेत है। कैप्टन शिवा चौहान को मेरी शुभकामनाएं।'
स्थिति
क्या है सियाचिन ग्लेशियर?
काराकोरम पर्वत श्रंखला पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर लद्दाख में करीब 20,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित बेहद दुर्गम क्षेत्र है।
यह दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है, जहां 1984 से भारत और पाकिस्तान की सेनाएं तैनात हैं। सियाचिन सालभर बर्फ से ढका रहता है और यहां औसत तापमान जीरो से -10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
पिछले साल अगस्त में सियाचिन में एक गश्ती दल को 38 साल पहले लापता हुए एक सैनिक के अवशेष मिले थे।
सेना में महिला
न्यूजबाइट्स प्लस
सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी, 2020 में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए पुरुष अधिकारियों की तरह महिला अधिकारियों को भी कमांड पोस्ट देने का फैसला सुनाया था।
2010 में दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला आने के बावजूद महिलाएं अपना हक हासिल नहीं कर सकी थीं। सुप्रीम कोर्ट ने सेना में 14 साल से ज्यादा सेवा दे चुकीं महिला अधिकारियों को स्थाई कमीशन देने का फैसला भी सुनाया था।