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सुप्रीम कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई होगी? CJI बोले- सांस लेने में दिक्कत हो रही है
दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई पर विचार चल रहा है

सुप्रीम कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई होगी? CJI बोले- सांस लेने में दिक्कत हो रही है

लेखन आबिद खान
Nov 26, 2025
05:02 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में वायु प्रदूषण का मुद्दा लगातार सुप्रीम कोर्ट में उठ रहा है। अब मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि प्रदूषण के चलते दिल्ली में मॉर्निग वॉक पर जाना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि बीते दिन 55 मिनट टहलने के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। CJI ने ये टिप्पणी SIR पर हो रही सुनवाई के दौरान की। वरिष्ठ वकील राकेश द्विवेदी ने खराब स्वास्थ्य के कारण सुनवाई से छूट मांगी।

घटनाक्रम

सुप्रीम कोर्ट में क्या-क्या हुआ?

कोर्ट में सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील द्विवेदी ने सुझाव दिया कि 60 साल से ज्यादा उम्र के वकीलों को वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित होने की अनुमति दी जानी चाहिए। इसके बाद CJI ने कहा, "मैं सिर्फ पैदल व्यायाम करता हूं, लेकिन अब वह भी मुश्किल हो रहा है। कल मैं 55 मिनट चला और सुबह तक परेशानी होती रही।" इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्होंंने सैर पर जाना ही बंद कर दिया है।

चर्चा

सिब्बल बोले- मैंने सैर पर जाना ही बंद कर दिया

सिब्बल ने आगे कहा कि उन्होंने सैर पर जाना ही बंद कर दिया है। सिब्बल ने कहा कि इस उम्र में गंदी हवा में सांस लेना मुश्किल है। इसके बाद द्विवेदी ने बताया कि सैर पर जाने के बाद उनकी स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हुईं। फिर CJI ने सुझाव दिया कि सैर पर शाम को जाना चाहिए, तो सिब्बल ने ऐसा न करने की सलाह दी। सिब्बल ने दलील दी कि शाम में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300-350 रहता है।

वर्चुअल सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट में शुरू हो सकती है वर्चुअल सुनवाई

द्विवेदी ने अनुरोध किया कि सुनवाई वर्चुअल मोड में की जाए। सिब्बल ने इसका समर्थन किया। इस पर CJI ने कहा, "अगर ऐसा कोई फैसला लिया जाता है, तो मैं बार को विश्वास में लेना चाहूंगा। अगर कुछ किया जाना है और बार ऐसा सोचता है, तो यह एक समान नियम होना चाहिए। अगर बार एसोसिएशन प्रस्ताव दे, तो हम विचार के लिए तैयार हैं। शाम को मैं संविधान दिवस समारोह में पदाधिकारियों से मिलूंगा और सुझावों से अवगत कराऊंगा।"

प्रदूषण

सुप्रीम कोर्ट में पहले भी उठा प्रदूषण का मुद्दा

बीते दिन वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि गले में खराश के कारण वह मुश्किल से बोल पा रहे हैं। इसके जवाब में CJI ने कहा कि दिल्ली में यह समस्या आम है। इससे पहले जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस अतुल एस चंदुरकर की पीठ ने कहा था, "स्थिति बहुत गंभीर है! आप सभी यहां क्यों उपस्थित हो रहे हैं? हमारे पास वर्चुअल सुनवाई की सुविधा है। कृपया इसका लाभ उठाएं। इस प्रदूषण से स्थायी नुकसान होगा।"

स्थिति

लगातार 12वें दिन 'बेहद खराब' श्रेणी में दिल्ली की हवा

दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार 12वें दिन बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। 25 नवंबर को AQI 353 दर्ज किया गया था। आंकड़ों के अनुसार, 24 नवंबर को औसत AQI 382 दर्ज किया गया था, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। 23 नवंबर को औसत AQI 391, 22 नवंबर को 370, 21 नवंबर को 374, 20 नवंबर को 391 और 19 नवंबर को 392 था। प्रदूषण रोकने के लिए GRAP तीसरे चरण के नियम सख्त किए गए हैं।