संदेशखाली हिंसा: कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार को फटकारा, कहा- सत्ताधारी पार्टी 100 प्रतिशत जिम्मेदार
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा मामले पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने मामले को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि अगर किसी नागरिक की सुरक्षा खतरे में है तो यह 100 प्रतिशत राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। कोर्ट ने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ, उसके लिए जिला प्रशासन और सत्तारुढ़ पार्टी नैतिक जिम्मेदार है। कोर्ट संदेशखाली हिंसा से जुड़ी अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था।
कोर्ट ने कहा- एक भी आरोप सच है तो ये शर्मनाक
कोर्ट ने कहा, "अगर हलफनामे में एक भी आरोप सच है तो वह भी शर्मनाक है। सरकार कहती है कि यहां महिलाएं सुरक्षित हैं। यदि हलफनामे में कोई आरोप साबित हो जाता है तो ऐसे सभी दावे झूठे होंगे।" कोर्ट ने शाहजहां शेख के वकील से कहा, "वह 40 दिनों तक फरार रहा। लुका-छिपी खेली। यह सोचने का कोई कारण नहीं है कि सिर्फ आपकी आंखें बंद करने से पूरी दुनिया अंधकारमय हो जाएगी।"
सुनवाई के दौरान क्या-क्या हुआ?
सुनवाई के दौरान एक याचिकाकर्ता के वकील ने अनुरोध किया कि मामले में गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने दावा किया कि सुरक्षा कारणों से कोई भी महिला गवाही देने के लिए आगे नहीं आई। एक अन्य वकील ने कोर्ट से पूरी घटना की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने और पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शाहजहां के खिलाफ दर्ज की गई सभी FIR की प्रति देने का अनुरोध किया।
क्या है मामला?
5 जनवरी को ED की टीम राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता शाहजहां के संदेशखाली स्थित आवास पर पहुंची थी। इस दौरान उनके समर्थकों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी घायल हो गए थे। इस मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद संदेशखाली की कई महिलाओं ने शाहजहां और उसके साथियों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
शाहजहां संदेशखाली में 'भाई' के नाम से भी जाने जाते हैं। पहले वह मछली पालन और ईंट के भट्टे में करते थे। साल 2004 में वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) से जुड़े। 2010 में उन्होंने मुकुल रॉय और ज्योतिप्रियो मलिक जैसे दिग्गज TMC नेताओं से नजदीकियां बढ़ाईं और TMC में शामिल हो गए। वे उत्तर 24 परगना जिले की जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे। संदेशखाली विवाद के बाद TMC ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है।