पश्चिम बंगाल: TMC नेता के घर पर बम धमाका, 3 लोगों की मौत
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में शुक्रवार देर रात तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक नेता के घर पर बम धमाका हो गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल भी हो गए।
धमाके के कारण नेता का घर भी क्षतिग्रस्त हो गया।
यह हादसा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और TMC के महासचिव अभिषेक बनर्जी की मेदिनीपुर में शनिवार को आयोजित होने वाली रैली से पहले हुआ है।
आरोप
TMC नेता के घर में बनाए जा रहे थे देसी बम- भाजपा
भाजपा ने आरोप लगाया है कि TMC नेता के घर में देसी बम बनाए जा रहे थे जिसके चलते यह धमाका हुआ।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सिर्फ बम बनाने का उद्योग चल रहा है। भाजपा ने पूरे मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच करवाने की मांग भी की है।
वहीं TMC ने इन आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अन्य घटना
बम धमाके में TMC नेता की भी हुई मौत
यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भगवानपुर ब्लॉक के भूपतिनगर थाना क्षेत्र के नरयाबिला गांव में हुई। बम धमाका TMC के बूथ अध्यक्ष राजकुमार मन्ना के घर पर हुआ और इसमें उनकी भी मौत हो गई।
अन्य दो मृतकों की शिनाख्त राजकुमार के भाई देवकुमार मन्ना और विश्वजीत गायन के रूप में हुई है।
वहीं, धमाके में घायल हुए लोगों का एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल लोग भी पार्टी कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं।
आरोप
TMC ने भाजपा पर लगाया साजिश रचने का आरोप
पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री ब्रात्य बसु ने ट्वीट कर कहा कि किसी जानलेवा हमले की तैयारी थी। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी बमों के इस्तेमाल किए जाने को लेकर कैसे इतने आश्वास्त थे।
वहीं मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा की बमों के उपयोग के बारे में निश्चितता उनकी योजना का एक प्रमाण है। गौरतलब है कि भाजपा ने घर में बम बनाए जाने का आरोप लगाया है।
चुनाव
पश्चिम बंगाल में होने हैं पंचायत चुनाव
पश्चिम बंगाल में अगले साल की शुरुआत में पंचायत चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर पुलिस ने पूरे राज्य में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है जिसके तहत भारी मात्रा में देसी बम और हथियार बरामद किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि 2018 में हुए पंचायत चुनाव में काफी हिंसा हुई थी। इस चुनाव में भाजपा TMC के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी थी।