
अंबाला में भाजपा सांसद के काफिले ने प्रदर्शनकारी किसान को टक्कर मारी, अस्पताल में भर्ती
क्या है खबर?
लखीमपुर खीरी की घटना के बाद जारी विवाद के बीच हरियाणा के अंबाला में भी ऐसी ही एक घटना हुई है। कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी को काले झंडे दिखाने पहुंचे किसानों ने आरोप लगाया है कि सांसद के काफिले में शामिल गाड़ी ने एक किसान को टक्कर मार दी।
इस घटना के बाद बड़ी संख्या में किसान मौके पर इकट्ठा होकर आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी
क्या है मामला?
भाजपा सांसद सैनी पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ अंबाला के नारायणपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
इसकी खबर मिलने पर बड़ी संख्या में किसान वहां इकट्ठा हो गए और भाजपा नेताओं का विरोध करने लगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब सांसद वापस जाने लगे तो भीड़ अचानक उनके सामने आ गई और उनके काफिले में शामिल एक गाड़ी ने किसान भवनप्रीत को टक्कर मार दी।
आरोप
घायल किसान का आरोप- लखीमपुर खीरी की घटना दोहराना चाहते थे भाजपा नेता
भास्कर के अनुसार, घायल किसान भवनप्रीत ने कहा कि वे काला झंडा लिये सड़क किनारे खड़े थे। इसी दौरान नायब सैनी के काफिले में शामिल एक गाड़ी के ड्राइवर ने जानबूझकर उन्हें टक्कर मार दी, जिससे वो नीचे गिर गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता लखीमपुर खीरी की घटना दोहराना चाहते थे।
मौके पर मौजूद दूसरे किसानों ने उन्हें नारायणगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
प्रदर्शन
किसान संगठनों ने दी कार्रवाई न होने पर थाने के घेराव की धमकी
मौके पर मौजूद किसानों ने आरोप लगाया है कि हत्या के इरादे से उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की गई थी। किसान संगठनों ने आरोपी ड्राइवर के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग के साथ थाने में शिकायत दी है।
उन्होंने धमकी दी है कि अगर 10 अक्टूबर तक FIR दर्ज नहीं होती है तो वे थाने का घेराव करेंगे।
फिलहाल मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जानकारी
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल नौ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसान मारे गए।
बाद में भीड़ ने तीन भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। एक पत्रकार भी मारा गया है।
जानकारी
लखीमपुर खीरी की घटना का कोई आरोपी गिरफ्तार नहीं
लखीमपुर खीरी की घटना के बाद से ही राजनीति में उबाल आया हुआ है और यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पीड़ितों के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की है। विपक्ष निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।
घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।