
छत्तीसगढ़: बस्तर में नक्सलियों ने की भाजपा नेता की हत्या, घर में घुसकर कुल्हाड़ी से काटा
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों ने घर में घुसकर एक भाजपा नेता की हत्या कर दी।
नक्सली मंगलवार देर रात भाजपा नेता पंचम दास मानिकपुरी के घर पहुंचे थे और कुल्हाड़ी से काटकर उनकी हत्या कर दी।
पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी ने उनकी हत्या की जिम्मेदारी ली है। उसने आरोप लगाया कि पंचम पुलिस के लिए काम कर रहे थे।
बता दें, बस्तर में 2 दिन बाद 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का मतदान है।
घटना
दरवाजा तोड़कर पंचम के घर में घुसे थे नक्सली
बस्तर पुलिस ने बताया कि नारायणपुर के फरस गांव के उपसरपंच पंचम दास अपने घर पर थे, तभी देर रात नक्सलियों का एक समूह आया और दरवाजा तोड़कर उनके घर के अंदर घुस गया।
इसके बाद उन्होंने कुल्हाड़ी से हमला कर पंचम की हत्या कर दी।
नक्सली घटनास्थल पर कुछ पर्चे भी छोड़ कर गए। इनमें कहा गया है कि पंचम पुलिस के गुप्त सैनिक के तौर पर काम कर रहे थे, इसलिए उनकी हत्या की गई।
हत्याएं
पिछले लोकसभा चुनाव के समय भी हुई थी भाजपा नेता की हत्या
पिछले लोकसभा चुनाव के समय भी नक्सलियों ने बस्तर में ही भाजपा के विधायक भीमा मंडावी और उनके साथियों की चुनाव प्रचार के समय हत्या कर दी थी।
पिछले एक साल में नक्सली बस्तर में भाजपा के 8 नेताओं की हत्या कर चुके हैं।
बता दें कि चुनाव के आसपास नक्सली हिंसा बढ़ जाती है क्योंकि नक्सली चुनाव का विरोध करते हैं और लोगों को डराने के लिए हिंसा करते हैं।
मुठभेड़
मंगलवार को मारे गए थे 29 नक्सली
गौरतलब है कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ में ही नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 29 नक्सली मारे गए थे।
कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के जंगलों में यह मुठभेड़ हुई थी।
इस मुठभेड़ में शंकर राव, ललिता माडवी और राजू जैसे खूंखार नक्सल कमांडर भी मारे गए थे। शंकर और ललिता पर 25-25 लाख रुपये का इनाम था।
शंकर दंडकारण्य संभाग में नक्सलियों का सबसे बड़ा कमांडर था।
अन्य मुठभेड़
3 अप्रैल को भी मारे गए थे 13 नक्सली
इससे पहले 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 13 नक्सली मारे गए थे। यह मुठभेड़ लगभग 18 घंटे चली थी।
यह मुठभेड़ तब हुई थी जब बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेंड्रा के जंगलों में सुरक्षा बल संयुक्त अभियान पर निकले थे।
मुठभेड़ में किसी जवान को कोई चोट नहीं आई थी और मौके से अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए थे।