छत्तीसगढ़: सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कई माओवादी ढेर, 3 जवान भी घायल
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कई माओवादियों के मारे जाने की खबर है।
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, मुठभेड़ में लगभग 18 माओवादी मारे गए हैं। हालांकि, अभी तक इस आंकड़े की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 3 जवानों के घायल होने की भी खबर है। घायलों में सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक इंस्पेक्टर और जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के 2 जवान शामिल हैं।
घटना
कैसे हुई मुठभेड़?
रिपोर्ट के अनुसार, BSF और DRG के जवान कांकेर के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ इलाके में जंगलों में खोज अभियान चला रहे थे, तभी नक्सलियों के साथ उनकी मुठभेड़ हो गई।
सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद अब तक 18 माओवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं और मृतकों में नक्सली कमांडर शंकर राव भी शामिल हैं।
घायल जवानों को निकालने के लिए मौके पर अतिरिक्त बल और हेलीकॉप्टर भेजा गया है।
जानकारी
मुठभेड़ अभी भी जारी
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आईके एलेसेला ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि मुठभेड़ अभी भी जारी है। NDTV के सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ दोपहर 1:30 बजे के बाद शुरू हुई थी। मौके से ऑटोमैटिक राइफलें भी जब्त की गई हैं।
अन्य मुठभेड़
3 अप्रैल को भी मारे गए थे 13 नक्सली
बता दें कि इससे पहले 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 13 नक्सली मारे गए थे। यह मुठभेड़ लगभग 18 घंटे चली थी।
यह मुठभेड़ तब हुई थी जब बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेंड्रा के जंगलों में सुरक्षा बल संयुक्त अभियान पर निकले थे।
मुठभेड़ में किसी जवान को कोई चोट नहीं आई थी और मौके से अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए थे।
तैयारियां
लोकसभा चुनाव को देखते हुए सतर्क हैं सुरक्षा बल
बता दें कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए सुरक्षा बल सतर्क हैं और लगातार छत्तीसगढ़ के नक्सल और माओवाद प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
नक्सली और माओवादी चुनावों का विरोध करते हैं और पूर्व में कई जगह चुनावों को निशाना बना चुके हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बल सक्रिय हैं।
छत्तीसगढ़ में 3 चरणों में चुनाव होने हैं। 19 अप्रैल को पहले, 26 अप्रैल को दूसरे और 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होगा।