
बेंगलुरु भगदड़ का हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत; जानें क्या-क्या हुआ
क्या है खबर?
बीते दिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री परेड के दौरान बेंगलुरु में भगदड़ मच गई थी। इस दुखद हादसे में 11 लोगों की जान चली कई थी।
अब कर्नाटक हाई कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। हाई कोर्ट आज ही दोपहर ढाई बजे मामले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करेगा।
वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बेंगलुरु पुलिस विक्ट्री परेड निकाले जाने के पक्ष में नहीं थी।
रिपोर्ट
रिपोर्ट में दावा- पुलिस आयोजन के पक्ष में नहीं थी
न्यूज18 ने कर्नाटक सरकार और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के बीच हुई बातचीत का हवाला देते हुए कहा है कि बेंगलुरु पुलिस RCB के सम्मान समारोह के पक्ष में नहीं थी।
3 जून को KSCA ने DPR को पत्र लिखकर विधानसभा की सीढ़ियों पर सम्मान समारोह की अनुमति मांगी थी।
इसके बाद DPR ने पुलिस को पत्र लिखकर उनकी राय मांगी। पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि पुलिस कार्यक्रम की अनुमति देने के पक्ष में नहीं थी।
शिकायत
मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत
भगदड़ को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और क्रिकेट बोर्ड के पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में ये शिकायत दर्ज कराई है।
कृष्णा ने सभी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
वहीं, भगदड़ को लेकर अब तक अलग-अलग थानों में करीब 11 FIR दर्ज की गई है।
बयान
मुख्यमंत्री बोले- आयोजन हमारा नहीं, क्रिकेट एसोसिएशन का था
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "किसी ने इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं की थी। स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 लोगों की है, लेकिन लगभग 3 लाख लोग आए। हमने कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया, क्रिकेट एसोसिएशन ने किया। हमारा कर्तव्य सुरक्षा प्रदान करना था। पास दिए गए लोगों की संख्या के बराबर भीड़ होनी चाहिए थी। अगर ज्यादा लोग आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? देखते हैं कि जांच में क्या पाया जाता है।"
इस्तीफा
भाजपा ने की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "बेंगलुरु भगदड़ में सरकार पूरी तरह विफल रही। क्या मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस्तीफा देंगे? डीके शिवकुमार का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह एक व्यक्ति को कैमरे के सामने से गर्दन पकड़कर हटाते दिखे। भीड़ की सुरक्षा नहीं, प्रचार जरूरी था। किसने इस कार्यक्रम को मंजूरी दी? जब लोग मर रहे थे तब भी कार्यक्रम क्यों चलता रहा? राहुल गांधी कहां हैं? क्या वो अपने नेताओं से जवाब मांगेंगे?"
भगदड़
कैसे मची भगदड़?
IPL विजेता बनने के बाद बेंगलुरु में RCB का सम्मान समारोह और विक्ट्री परेड आयोजित की गई थी।
टीम एयरपोर्ट से सीधे विधानसभा पहुंची, जहां खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इसके बाद टीम को चिन्नास्वामी स्टेडियम जाना था। विधानसभा से लेकर स्टेडियम तक करीब 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए।
इस दौरान स्टेडियम में प्रवेश को लेकर झूमाझटकी होने लगी और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए।
मुआवजा
मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने अहम बैठक बुलाई है। इसमें बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और KSCA के अधिकारी शामिल होंगे।
भगदड़ में घायल लोगों का इलाज बोरिंग अस्पताल में चल रहा है।
RCB ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, "जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, हम उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।"