बोंडी बीच पर गोलीबारी करने वाला साजिद था हैदराबाद का निवासी, 1998 में गया था ऑस्ट्रेलिया
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के बोंडी बीच पर यहूदियों पर सामूहिक गोलीबारी करने वाले एक संदिग्ध साजिद अकरम (50) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। तेलंगाना पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि साजिद हैदराबाद का निवासी है। उसने यहां से Bcom की पढ़ाई की और 27 साल पहले 1998 में नौकरी की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चला गया। पुलिस ने बताया कि वह पिछले काफी समय से भारत नहीं आया है। उसके परिवार से जुड़े अन्य रिश्तेदार हैदराबाद में रहते हैं।
नोटिस
ईसाई से शादी के कारण परिवार ने रिश्ता तोड़ा
पुलिस ने बताया कि साजिद ने ऑस्ट्रेलिया में ही यूरोपियन मूल की महिला वेनेरा ग्रोसो से शादी की और फिर ऑस्ट्रेलिया में हमेशा के लिए बस गया। इससे नाराज होकर परिवार ने साजिद से संबंध खत्म कर लिए थे। उसका एक बेटा नवीद और बेटी है। नवीद अकरम (24) साजिद के साथ बोंडी बीच पर गोलीबारी में शामिल था। वह अभी अस्पताल में भर्ती है। साजिद के पास भारतीय पासपोर्ट है। नवीद और उसकी बेटी ऑस्ट्रेलिया के नागरिक हैं।
आरोप
साजिद 27 साल में 6 बार भारत आया
पुलिस ने हैदराबाद में साजिद के परिजनों के हवालों से बताया कि साजिद अपने परिवार से बहुत कम संपर्क था और ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद वह 27 साल में सिर्फ 6 बार भारत आया था। उसने प्रॉपर्टी, परिवार से जुड़े कारण और अपने बुज़ुर्ग माता-पिता से मिलने के लिए हैदराबाद का दौरा किया था। वह 2009 में अपने पिता की मौत पर भी भारत नहीं आया। उसने अपनी 80 वर्षीय बीमार मां का भी हाल नहीं पूछा।
रिकॉर्ड
साजिद और नवीद के कट्टरपंथी बनने का भारत से कोई लेना-देना नहीं
पुलिस ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने उसकी कट्टरपंथी सोच या गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, न उन हालात के बारे में बताया, जिनकी वजह से वह कट्टरपंथी बना। पुलिस का कहना है कि साजिद और नवीद के कट्टरपंथी बनने की वजहों का भारत या तेलंगाना में किसी स्थानीय असर से कोई लेना-देना नहीं है। तेलंगाना पुलिस के पास 1998 में भारत छोड़ने से पहले साजिद अकरम के खिलाफ कोई खराब रिकॉर्ड नहीं है।
घटना
क्या है मामला?
साजिद और नवीद ने रविवार दोपहर को बोंडी बीच पर हनुक्का त्योहार मनाने के लिए जुटे यहूदियों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी थी। गोलीबारी में 15 लोग मारे गए हैं, जिसमें एक 10 वर्षीय बच्ची और हिटलर नरसंहार से बचे 87 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं। साजिद मौके पर मारा गया, जबकि नाविद अस्पताल में भर्ती है। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस का कहना है कि दोनों प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रभावित थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।