सिडनी में गोलीबारी करने वाले पिता-पुत्र इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रेरित थे- एंथनी अल्बनीज
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मंगलवार को बताया कि सिडनी के बोंडी बीच पर सामूहिक गोलीबारी करने वाले पिता-पुत्र दोनों प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट (IS) की विचारधारा से प्रेरित थे। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि यहूदियों पर हुआ यह हमला ऑस्ट्रेलिया में 3 दशकों में सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं में से एक है। अल्बनीज ने शक जताया कि उसने कट्टरपंथ का अनुसरण फिलीपींस जाकर किया होगा, क्योंकि उसने वहां की यात्रा की थी।
शक
ऑस्ट्रेलिया खुफिया एजेंसी की नजर में आया था नवीद
प्रधानमंत्री अल्बनीज ने बताया कि संदिग्ध साजिद अकरम का बेटा नवीद अकरम बेरोजगार था और राजमिस्री के रूप में कार्यरत था। नवीद 2019 में ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी की नजर में आया था, लेकिन उसे तब तत्काल खतरा पैदा करने वाला नहीं माना गया। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने उस समय नवीद, उसके परिवार के सदस्यों और उसके आसपास के लोगों से पूछताछ की थी, लेकिन उस समय उसे संदिग्ध व्यक्ति के रूप में नहीं देखा गया था।
खतरा
नवंबर में की थी फिलीपींस की यात्रा
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक, पिता-पुत्र ने गोलीबारी से कुछ सप्ताह पहले नवंबर में फिलीपींस की यात्रा की थी, जिससे उनके इस्लामी कट्टरपंथ से जुड़े तौर-तरीकों का अनुसरण करने पर शक है। हमले वाले दिन, नवीद अपने पिता के साथ एक किराए के अपार्टमेंट में छिपा हुआ था और हमले की योजना बना रहा था। पुलिस को गोलीबारी के बाद बोंडी बीच पर उनकी कार से इस्लामिक स्टेट का झंडा और साथ ही देसी बम भी मिले थे।
मुलाकात
अहमद अल अहमद से अल्बनीज की मुलाकात
बोंडी बीच पर अपनी जान खतरे में डालकर हमलावर नवीद अकरम को पकड़ने वाले 43 वर्षीय अहमद अल अहमद की ऑस्ट्रेलिया में काफी सराहना हो रही है। उनको 2 गोलियां लगी हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। मंगलवार को उनसे मुलाकात करने के लिए प्रधानमंत्री अल्बनीज और ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल सैम मोस्टिन सिडनी के सेंट जॉर्ज अस्पताल पहुंचे। अल्बनीज ने अहमद को देश का सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बताया। किंग चार्ल्स तृतीय ने भी उनकी सराहना की है।
ट्विटर पोस्ट
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने अहमद से मुलाकात की
Ahmed, you are an Australian hero.
— Anthony Albanese (@AlboMP) December 16, 2025
You put yourself at risk to save others, running towards danger on Bondi Beach and disarming a terrorist.
In the worst of times, we see the best of Australians. And that's exactly what we saw on Sunday night.
On behalf of every Australian, I… pic.twitter.com/mAoObU3TZD