अतीक अहमद के हत्यारे लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित, एक आरोपी ने बनाई थी पूरी योजना- रिपोर्ट
क्या है खबर?
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी गई। NDTV के सूत्रों का कहना है कि तीनों हत्यारे जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित थे।
उनकी पहचान लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के रूप में हुई है। ये तीनों मीडियाकर्मी बनकर आए थे और इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस पूछताछ में तीनों ने कई बड़े खुलासे किये हैं।
रिपोर्ट
गैंगस्टर बिश्नोई से काफी प्रभावित था अतीक का हत्यारा सनी सिंह
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक को मारने के पूरी योजना सनी ने बनाई थी, जो बिश्नोई के मीडिया इंटरव्यू और वीडियो देखता था। सनी कथित तौर पर बिश्नोई के हिंदुत्व वाले बयानों से काफी प्रभावित था और वह संगीतकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या की तरह एक बड़े हत्याकांड को अंजाम देना चाहता था।
मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को बिश्नोई गिरोह के सदस्यों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पूछताछ
सनी सिंह ने 2 अन्य आरोपियों को हत्या के लिए तैयार किया
पुलिस पूछताछ में पता चला कि तीनों शातिर अपराधियों में सनी सबसे खतरनाक है। उस पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सनी ही था, जिसने बाकी दोनों आरोपियों को हत्याकांड के लिए मनाया था।
रविवार को अतीक और अशरफ हत्याकांड को अंजाम देने वाले इन तीनों आरोपियों से पूछताछ हुई थी।
अभी ये तीनों आरोपी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं।
सुरक्षा
तीन हत्यारों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल किया गया शिफ्ट
पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया था, लेकिन सोमवार को सुरक्षा कारणों के चलते उन्हें प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया।
अतीक का बेटा अली नैनी जेल में बंद है और उसने तीनों आरोपियों को पिता की हत्या का बदला लेने की धमकी दी थी। ऐसे में गैंगवार के डर से पुलिस ने तीनों आरोपियों को शिफ्ट कर दिया है।
हत्याकांड
पुलिस हिरासत में हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या
15 अप्रैल को देर रात अतीक और उसके भाई अशरफ को 17 पुलिसकर्मियों की टीम प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जा रही थी।
इस बीच मीडियाकर्मी के रूप में आए तीन लोगों ने गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी। ये पूरी घटना मीडियाकर्मियों के कैमरों में भी रिकॉर्ड हुई थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अतीक को 9 गोलियां लगी थीं, जबकि उसके भाई अशरफ को 5 गोलियां मारी गई थीं।